एक ऐसी गोंड रानी की कहानी जिनके सामने मुगलों ने भी मानी हार, शौर्य और सूझबूझ के दम पर बचाया अपना राज्य
इतिहास में कई अनदेखे और अनसुलझे रहस्य हैं, जो इंसानों की जिंदगी में गहरी छाप छोड़ने की क्षमता रखते हैं। ऐसी ही एक प्रभावशाली ऐतिहासिक कहानी है जिसका असर आज भी देखा जा सकता है। ये कहानी है एक अनोखी रानी की, जिन्होंने स्त्री गरीमा और राज्य की रक्षा के लिए अपने प्राण की आहुति दे दी। 18वीं शताब्दी की यह कहानी काफी दिलचस्प है यह गाथा है गिन्नौरगढ़ की आखिरी गोंड रानी 'रानी कमलापति' की।