नवरात्रि: नव जीवन
108 नाम जिनके व्यक्तित्व के भाव को परिभाषित करते हैं। जो उत्कृष्टता की पराकाष्ठा हैं। जिनका हर रूप, हर अवतार दिव्यता से भरपूर है।
108 नाम जिनके व्यक्तित्व के भाव को परिभाषित करते हैं। जो उत्कृष्टता की पराकाष्ठा हैं। जिनका हर रूप, हर अवतार दिव्यता से भरपूर है।
त्यौहार भारतीय संस्कृति का अटूट हिस्सा है। त्यौहार न सिर्फ, मेल-मिलाप और खुशी मनाने का ज़रिया है बल्कि हमें जीवन की शिक्षा का पाठ भी पढ़ाते हैं। होली फाल्गुन माह में मनाई जाती है। जो बसंत ऋतु का आगमन का उत्सव कहा जा सकता है।
मुझे आज भी याद है कि स्कूल, कॉलेज के समय सुबह की शुरुआत ही रेडियो के बटन को ऑन करने से होती थी। मानो आप सुन रहे हैं “चित्रलोक” ये वाक्य अलार्म हो। कोई भी सुबह बिना रेडियो के ज़हन में याद ही नहीं।
बसंत पंचमी पर्व है बसंत के आगमन के स्वागत का। बसंत के साथ जुड़ा है, नया मौसम, पीला रंग, सरसों और सूर्य की ऊर्जा ये सब मिलकर खास बनाते है बसंत को।
भारत का संविधानएक ऐसा जीवन्त लिखित दस्तावेज है, जिससे शासन प्रणाली संचालित होती हैं।
हर सुबह सूर्योदय के साथ एक नई शुरुआत होती हैं। सूर्य स्त्रोत है ऊर्जा, सकारात्मकता और शक्ति का और मकर संक्रांति की भी शुरुआत होती है नये मौसम नई ऊर्जा और नये जीवन की।