पीएम मोदी ने 4 फरवरी को “एनर्जी फॉर सस्टेनेबल ग्रोथ” विषय पर एक वेबिनार को संबोधित किया। उन्होंने भविष्य की जरूरतों को देखते हुए सोलर, हाइड्रोजन, LED बल्ब के उपयोग पर जोर दिया। साथ ही पीएम मोदी ने सस्टेनेबल एनर्जी के लिए सरकार के उठाए गए कदम के बारे में भी बात की। उन्होंने घर के बाग-बगीचे या बालकनी में एक सोलर ट्री लगाने को लेकर बात की ताकि ये सोलर ट्री घर की 10-20% बिजली बचाने में मदद करें।
वेबीनार में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि- एनर्जी और सस्टेनेबल ग्रोथ हमारी प्राचीन परंपराओं से प्रेरित है और भविष्य की जरूरत और महत्वकांक्षाओं को पूरा करने का एक रास्ता है। हमारा मानना है कि सस्टेनेबल ग्रोथ के उद्देश्य को सस्टेनेबल एनर्जी से पूरा कर सकेंगे। भारत ने ग्लासगो में 2070 तक नेट जीरो के स्तर तक पहुंचने का वादा किया है। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने कॉप-26 में सस्टेनेबल लाइफस्टाइल को बढ़ावा देने के लिए लाइफ मिशन की बात की थी
फॉजिल सोर्स से 50% तक एनर्जी 2030 तक
पीएम मोदी ने बताया कि 2030 तक भारत का टारगेट फॉजिल सोर्स से 50% तक एनर्जी प्राप्त करना है। और इसीलिए इस बार के बजट में हाई कैपासिटी वाले सौर मॉड्यूल बनाने के लिए 19,500 करोड़ रुपए की घोषणा भी गई है। भारत ने नेशनल हाइड्रोजन मिशन की घोषणा की है। हाइड्रोजन ईकोसिस्टम फर्टिलाइजर, रिफाइनरीज और ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़ा है। इस क्षेत्र में PM ने प्राइवेट सेक्टर को काम करने के लिए आमंत्रित किया है।
उन्होंने कहा कि- हमें अपनी चीनी मिलों और डिस्टिलरीज को मॉर्डन बनाने की दिशा में काम करना है। हमारी ऊर्जा की मांग लगातार बढ़ रही है और इस तरह, भारत को रेन्यूवल एनर्जी की ओर बदलाव की जरूरत पर ध्यान देना है। हमें स्वच्छ खाना पकाने को भी आगे बढ़ाना है, सौर गैस हमारे स्टार्ट-अप के लिए एक बड़ा बाजार साबित हो सकते हैं।
घर पर ही सोलर ट्री डेवलप करें
भारत में घरों में सोलर ट्री को डेवलप करने की जरूरत है जिसके लिए घर के बाग-बगीचे या बालकनी में हर परिवार के एक सोलर ट्री की एक नई अवधारणा डेवलप करना चाहिए। ये सोलर ट्री घर की 10-20% बिजली में मदद करेगा। ये घर की एक पहचान भी बन जाएगा कि सोलर ट्री वाला घर पर्यावरण के प्रति जागरूक नागरिकों का घर है।