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जब हौसले बुलंद हो तो जीत मिल ही जाती हैं। इस वाक्य को साबित कर दिखाया है 14 साल की नम्या ने। नम्या ने पेरू में आयोजित ISSF जूनियर विश्व चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया है । भारतीय शूटर, नम्या कपूर ने मनु भाकर को हराकर 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया है । इसके साथ ही नम्या 14 साल की उम्र में किसी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय शूटर बन गई हैं।
नम्या ने जीता गोल्ड
फाइनल में नम्या ने 36 रन बनाए। फ्रांस की केमिली जे को सिलवर और 19 वर्षीय ओलंपियन मनु भाकर को ब्रांज पदक से संतोष करना पड़ा। वहीं भारत के रिदम सांगवान चौथे स्थान पर रहे। नम्या कपूर qualification में छठे स्थान पर थी। भारत अब तक टूर्नामेंट में 9 गोल्ड, 7 सिल्वर और 3 ब्रांज सहित 19 पदक जीत चुका है। इंडिया स्कोर टेबल पर ट़ॉप पर बना हुआ है।
बड़ी बहन बनी प्रेरणा
नम्या बचपन में अपनी मां के साथ पंजाबी बाग स्कूल जाया करती थी, जहां उनकी बड़ी बहन खुशी शूटिंग की ट्रेनिंग लिया करती थी। जब नम्या 10 साल की थी, तब पहली बार उनकी बहन के कोच सबीर खान ने नम्या के प्रतिभा पर ध्यान दिया। जिसके बाद कोच ने नम्या की मां को कहा कि अगर वह शूटिंग करना सीख जाती है, तो वह देश को आगे जाकर गौरवान्वित करेगी। अपनी मां और कोच के विश्वास को देखकर, नम्या ने 2017 में शूटिंग की ट्रेनिंग लेनी शुरू की। इसके बाद उन्हे पता ही नहीं चला कि यह कब शौक में बदल गया।