Highlights:
- तमिलनाडु के सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व को प्रतिष्ठित TX2 पुरस्कार।
- 2010 से बाघों की संख्या दोगुनी करने के लिए मिला सम्मान।
- वर्तमान में लगभग 80 बाघों का निवास।
तमिलनाडु के सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व को 2010 से बाघों की संख्या दोगुनी करने के लिए प्रतिष्ठित TX2 पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार आवासों में सुधार, बाघों और उनके शिकारियों पर कड़ी निगरानी और स्थानीय लोगों के साथ इस दिशा में बड़े पैमाने पर काम करने की वजह से यह उपलब्धि मिली है।
सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व
दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु के इरोड जिले में पश्चिमी घाट में स्थित है सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व। लगभग 1 हजार 409 वर्ग किलोमीटर में फैले इस क्षेत्र को 2013 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। इस टाइगर रिजर्व में लगभग 80 बाघों का निवास है।
World Wide Fund for Nature-India (WWF India) के महासचिव और सीईओ रवि सिंह ने एक प्रेस बयान में कहा कि- “TX2 पुरस्कार बाघों के संरक्षण के लिए सरकारों, NGO और स्थानीय समुदायों के सराहनीय योगदान का सम्मान करता है। सम्मान के लिए हाल ही में चुने गए टाइगर रिज़र्व सत्यमंगलम दूसरों को भी इस अद्भुत प्रजाति और उसके हैबिटेट को सुरक्षित करने के प्रयासों की प्रेरणा देता है।”
ये पुरस्कार Conservation Assured Tiger Standards, Fauna & Flora International, Global Tiger Forum, IUCN का इंटीग्रेटेड टाइगर हैबिटेट कंज़र्वेशन प्रोग्राम,पेंथेरा, UNDP, द लॉयन्स शेयर, वाइल्ड लाइफ़ कंज़र्वेशन सोसाइटी (WCS) और WWF द्वारा दिए जा रहे हैं। ये सभी 13 टाइगर रेंज देशों की 10वीं सालगिरह मना रहे हैं, जो 2022 तक बाघों की ग्लोबल पॉपुलेशन को दोगुना करने के लिए जाने जाते हैं। यह पुरस्कार राज्य सरकारों और स्थानीय समुदायों की कोशिशों के लिए दिया जाता है ।
Integrated Tiger Habitat Program, IUCN के समन्वयक सुगोतो रॉय ने कहा, “बाघों के सफल संरक्षण में लगातार अच्छा प्रबंधन और हैबिटेट के लैंडस्केप स्केल में सुधार जैसे काम शामिल है। इन सभी मानदंडों को काफी मेहनत के साथ पूरा किया गया, जिससे हमें वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण परिणाम मिले हैं।”