बचपन में हम सबने अपनी पसंदीदा चीजों के लिए एक-एक रुपए जरूर जोड़ा होगा, ताकि उसे खरीद सकें। और उसे पा लेने से होने वाली खुशी का अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। पर एक-एक रूपए जमा कर असम के एक दिहाड़ी मजदूर की स्कूटर खरीदने वाली कहानी ज़रा दिलचस्प है।
दरअसल असम के रहने वाले उपेन रॉय ने कई सालों तक सिक्कों को जमा किया और लगभग 1.5 लाख रुपए जोड़े। जिसका कुछ हिस्सा उन्होंने स्कूटर खरीदने में खर्च किए। वे सिक्कों की बोरी को लादकर स्कूटर के शोरुम पुहंच गए।
10 साल पुराना सपना हुआ साकार
उपेन रॉय पिछले 10 सालों से स्कूटर खरीदना चाह रहे थे। जिसके लिए उन्होंने 1,2,5 और 10 के सिक्के बचत के रुप में जमा करना शुरू किया। और 10 साल बाद स्कूटर खरीद कर अपने सपने को साकार किया।
सोशल मीडिया पर उनकी कहानी वायरल होने के बाद उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि- मैंने सोंचा था जब मैं पैसे जमा कर लूंगा अपने लिए मोटरसायकल या स्कूटर खरीदूंगा। जब मैंने पैसे जमा कर लिए तब मैं तुरंत शो रुम आया और स्कूटी खरीद ली। मुझे बहुत खुशी हो रही है।
उपेन रॉय उन सभी के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं जो लक्ष्य बनाकर उसके लिए लगातार प्रयासरत् रहते हैं और कभी हार नहीं मानते हैं। क्योंकि कहते हैं न- “बूंद-बूंद से घड़ा भरता है।”