Self Healing: पॉजीटिव रहने के 5 तरीकें, खुश रहने के लिए जरूर ट्राई करें!

Self Healing: कई बार हम बहुत कुछ पाने की चाह में ऐसा घिर जाते हैं कि हमें खुद से ड्रिपेशन, अनहेप्पीनेस, अकेलापन जैसा महसूस होने लगता है। इसके बारे में जानकारों का कहना है कि ये एक तरह से भावनात्मक संकट की तरह होता है। ऐसी स्थिति मे हमें कई बार लगता है कि कोई हमें सॉल्युशन बता दे, कोई परेशानी का हल बता दे। रिसर्च की मानें तो ज्यादातर लोग असफलता, डिप्रेशन जैसी इमोशनल इलनेस से खुद ही निकलकर ही पहले से ज्यादा स्ट्रॉग होते हैं। इन तरीकों को अपनाकर आप सेल्फ हीलिंग प्रोसेस का हिस्सा बन सकते हैं। 

खुद को पहचानना जरूरी 

कई बार लोगों के कहने पर हम अपनी पोटेंशियल को आंकने लगते हैं। लेकिन ऐसा नहीं होता है। हर व्यक्ति अपने आप को दूसरों से बेहतर जानता है। प्रोफेशनल प्रोग्रेस के लिए खुद में बदलाव लाना कुछ हद तक ठीक है लेकिन इसके लिए हर छोटी बातों और विचारों के लिए समझौता करना गलत होता है। कुछ बेहतर करने की सबसे पहले सीढ़ी होती है खुद के गुणों को पहचानना। आप जैसे हैं, वैसे ही रहकर अपने भावनात्मक संकट को कम कर सकते हैं। 

डिप्रेशन की वजह पहचानें 

एंग्जाइटी के कारण डिप्रेशन होना आम बात है। हर व्यक्ति में ये काम को लेकर थोड़ा-मोड़ा हो सकता है लेकिन जरूरी है कि आप इस बात का पता लगाएं कि आपको कौन सी बात भावनात्मक रूप से ज्यादा परेशान कर रही है। खुद को मजबूत बनाए कि ये आपके संतुलन को बिगाड़ न पाए। अगर बार-बार मूड खराब हो रहा है तो कोशिश करें वजह जानने की। वजह पता चलने से उसका हल भी मिल जाएगा। खुद को आराम देना, कूल और शांत रहना, दूसरों की बातों पर भी गौर करना, सेल्फ हील का सबसे अच्छा तरीका है। 

सेल्फ केयर से मिलेगी मदद 

मेंटल हीलिंग में सबसे ज्यादा मददगार साबित होते हैं सेल्फ केयर। कई बार हम दूसरी चीजों में इतना ज्यादा खो जाते हैं कि खुद को खो देते हैं। कोशिश करें कि खुद को हील करने में खुद की मदद करें और आप ऐसा तब कर पाएंगे जब आप खुद का ख्याल रखेंगे। खुद को सजाएं , संवारें, पसंद का खाना खाएं, पसंद की चीजें करें और पसंद के लोगों से मिलकर समय बिताएं। ये सभी सेल्फ केयर का पार्ट हैं। ऐसा करने से हम खुद में बेहतर महसूस करते हैं। 

खुद से करें प्यार

कई बार ऐसा होता है कि हम लोगों से प्रेम, केयर, सम्मान और अटेंशन चाहते हैं लेकिन हमारा खुद का रवैया हमारे सिचुएशन की वजह से प्रभावित होता है। तो कोशिश करें कि अपने व्यवहार में संयमता लाएं। लोगों से अगर प्रेम और केयर चाहते हैं तो उन्हें भी वो वापस लौटाएं। इससे खुद को हील करने में मदद मिलेगी। ऐसा करके हम जीवन को अधिक सार्थक तरह से जीते हैं। जब हम दूसरों की वास्तविकता को स्वीकार करते हैं तो हम अपने लिए भी ऐसा माहौल तैयार करते हैं। 

पास्ट की चीजों को पास्ट में रहने दें 

कई बार ऐसा होता है कि हमार दुख का कारण बीता हुआ कल होता है। इसीलिए जरूरी है आगे बढ़ना। अतीत की अच्छी यादों को सहेजकर रखें और आगे बढ़ जाएं। हम अपनी मानवीय प्रवृत्ति के साथ खिलवाड़ न करके पास्ट से छुटकारा पाने की कोशिश में कुछ बेहतर कर सकते हैं।

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Positive सार 

हीलिंग का फर्स्ट स्टेप ही वो होता है जहां से आप शुरूआत करते हैं। इसीलिए सेल्फ हीलिंग को सबसे बेस्ट माना गया है। जहां आप अपने लिए ही खुद काम करने के लिए आगे आते हैं। तब आपका 50 परसेंट काम तो हो चुका होता है। जिंदगी के मायने को समझें और आगे बढ़ें।

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Rishita Diwan

Content Writer

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