नीति आयोग के बारे में जानते हैं आप? कहलाता है सरकार का थिंक टैंक!

नीति आयोग के बारे में तो आपने अखबारों और खबरों में जरूर पढ़ा होगा। तो क्या आपने कभी सोचा कि ये संस्था इतने महत्वपूर्ण काम कैसे करती है। इस संगठन को क्यों स्थापित किया गया। दरअसल ये भारत सरकार की एक प्रमुख नीति निर्धारण संस्थान है। जानते हैं। इसके बारे में सबकुछ।

नीति आयोग

ये संस्था राष्ट्रीय विकास, सामाजिक आर्थिक विकास और सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए स्थापित किया गया है। इसे 1 जनवरी 2015 को योजना आयोग के स्थान पर स्थापित किया गया। नीति आयोग का प्रमुख उद्देश्य भारत के विकास को तेजी से बढ़ावा देना और विकासशील नीतियों को लागू करना है।

क्यों हुआ नीति आयोग का गठन?

नीति आयोग का गठन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में किया गया था। इसके गठन का प्रमुख कारण योजना आयोग की सीमाओं और कमियों को दूर करना था। योजना आयोग का ढांचा पुराना हो चुका था और वह बदलते समय और परिस्थितियों के साथ तालमेल नहीं बिठा पा रहा था। नीति आयोग का मुख्य उद्देश्य भारत को समावेशी और सतत विकास की दिशा में आगे बढ़ाना है। नीति आयोग का गठन मुख्य रूप से चार प्रमुख उद्देश्यों को ध्यान में रखकर किया गया।

राष्ट्रीय विकास एजेंडा

नीति आयोग राष्ट्रीय विकास के लिए एक व्यापक एजेंडा तैयार करता है। इसमें आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोणों को शामिल किया जाता है।

राज्यों के साथ साझेदारी

नीति आयोग राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करता है और उनकी आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के अनुसार नीतियां बनाता है।

थिंक टैंक की भूमिका

नीति आयोग एक प्रमुख थिंक टैंक के रूप में कार्य करता है और विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान और विचारों का संकलन करता है।

पारदर्शिता और जवाबदेही

नीति आयोग का उद्देश्य नीतियों को पारदर्शी और जवाबदेह बनाना है, जिससे विकास की दिशा में स्पष्टता और संतुलन बना रहे।

नीति आयोग की संरचना

नीति आयोग की संरचना में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पूर्णकालिक सदस्य, अंशकालिक सदस्य और सीईओ शामिल होते हैं। इसके अध्यक्ष भारतीय प्रधानमंत्री होते हैं। उपाध्यक्ष और अन्य सदस्यों की नियुक्ति प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है। अंशकालिक सदस्य विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ होते हैं, जो आयोग को विशेष सलाह और सुझाव प्रदान करते हैं।

नीति आयोग की प्रमुख पहलें

  • इस पहल का उद्देश्य नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इसके तहत अटल टिंकरिंग लैब्स और अटल इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित किए गए हैं।
  • यह पहल 2022 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए की गई है। इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, ग्रामीण विकास आदि क्षेत्रों में सुधार की योजनाएं शामिल हैं।
  • यह पहल सामाजिक उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है, जिससे समाज के निचले वर्गों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।
  • नीति आयोग ने संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को लागू करने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की है। इसमें गरीबी उन्मूलन, शिक्षा, स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन आदि प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

Positive सार

नीति आयोग भारत के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण संस्था है। यह न केवल नीतियों को तैयार करने में बल्कि उनके क्रियान्वयन और निगरानी में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके माध्यम से भारत को एक समावेशी और सतत विकास की दिशा में आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, इसके सामने कई चुनौतियाँ हैं, लेकिन यदि इनका समाधान किया जाए तो नीति आयोग भारत के विकास में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

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Rishita Diwan

Content Writer

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