Save Environment: पर्यावरण को बचाने के 5 तरीके जानते हैं आप?

Save Environment: पर्यावरण संरक्षण को लेकर पूरी दुनिया में एक मुहीम छिड़ी हुई है। आज से 10 साल पहले की स्थिति से अगर अभी को कंपेयर किया जाए तो लोग अब जागरूक होने लगे हैं। उन्हें जल, जंगल और जमीन की फिक्र होने लगी है। यही वजह है कि Save Environment जैसे स्लोगन और नारों के बारे में हर जगह बात होती है। लेकिन कई बार ये हमारी आदत में शामिल नहीं होने की वजह हमसे अनजाने ही अनदेखी होने लगती है। जैसे कि हम जल्दबाजी में हैं तो डस्टबीन नहीं मिलने पर कचरा यूं ही छोड़ देते हैं, या फिर अगली बार से पानी बचाने का प्रयास किया जाएगा कहते हुए पानी का वेस्ट होते पानी को अनदेखा कर आगे बढ़ जाना हमारी आदत में शामिल है। तो फिर हम ऐसा क्या करें कि Save Environment सिर्फ एक स्लोगन नहीं होकर हमारी आदत बन जाए। 

1. ज़हन में हो कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के तरीके 


नेचर हमारे लिए सबकुछ होती है। बेहतर वातावरण हमें मेंटली और फिजिकली फिट रखता है और प्रकृति को सुरक्षित रखना है तो जरूरी है कार्बन फुटप्रिंट में कमी लाना। अब आप ये सोच रहे होंगे कि ये कैसे होगा। तो कुछ नहीं करना है बस लाइफस्टाइल में थोड़ा सा बदलाव करना होगा। इसे 5 स्टेप में कर सकते हैं-

  1. जरूरत न ह तो गाड़ी का इस्तेमाल न करें, जो काम पैदल चलकर हो सकता है उसमें व्हीकल का इस्तेमाल न करें।
  2. जरूरत होने पर ही ऊर्जा जैसे पंखा, हीटर, लाइट का यूज करें। कोशिश करें सोलर एनर्जी से चलने वाले गैजैट्स का इस्तेमाल करें।
  3. प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करें। स्ट्रॉ, पैकेज्ड फूड ऐसी चीजों के कम से कम यूज करें।
  4. फ्लाइट लेते समय कोशिश करें कि डायरेक्ट फ्लाइट लें, अगर ट्रेन से जाना संभव हो तो उसका चुनाव करें। 

2. पानी बचाने की आदत डालें 


पानी या जल हमारे सबसे जरूरी प्राकृतिक संसाधनों में से एक होते हैं। पानी बचाने की मुहीम को आदत में शामिल करें। जैसे जितनी जरूरत हो उतना ही पानी का इस्तेमाल करें। जहां से पानी बचे उन हैक्स का इस्तेमाल करें। डेली लाइफ में शॉवर और कार या बाइक धोते समय पानी के बहाव को कम करें या कोशिश करें कि कम से कम पानी का उपयोग हो। वॉटर मैनेजमेंट को समझें। जरूरी नहीं है कि ये एक दिन में ही होने लगेगा। लेकिन अगर आप आगे बढ़ेंगे तो रोज होगा और पानी बचाने की मुहीम आपकी आदत बनेंगी। 

3. रिसाइक्लिंग करना जरूरी 

नैचुरल रिसोर्सेस की रिसाइक्लिंग पर ज्यादातर लोग ध्यान नहीं देते हैं। सबसे जरूरी है कि जो हमें नेचर से मिला है उसको यूं ही इस्तेमाल कर जाया न करें। रिसायकलिंग वो तरीका है जिससे हम प्राकृतिक संसाधनों को बर्बादी को रोक सकते हैं। पेपर, प्लास्टिक, मेटल, ग्लास जैसी चीजें सालों-साल चलती हैं उन्हें वेस्ट करने की आदत मत डालें। 

4. सस्टेनेबल प्रोडक्ट्स हों जीवन का हिस्सा 

जब भी हम कुछ खरीदें तो हमें इस बात का ध्यान जरूर होना चाहिए कि वो पर्यावरण को नुकसान तो नहीं पहुंचाएगी या फिर ऐसे प्रोडक्ट्स का चुनाव करें जिन्हें फिर से यूज किया जा सके या उनका उपयोग लंबे समय तक हो। ऐसे प्रोडक्ट्स को Sustainable Product कहते हैं। 

5. पर्सनली नेचर कंजर्वेशन का करें प्रयास 

हम सभी को कुछ न कुछ ऐसे प्रयास करने चाहिए जो कि पर्सनली प्रकृति के संरक्षण से जुड़े हों। जैसे किसी पेड़ को बेवजह कटने से रोकना। लोगों को पर्यावरण के लिए जागरूक करना, नई पीढ़ी को आने वाले कल के लिए तैयार करना। वृक्षारोपण करना और लोगों को भी इसमें शामिल करना। ऐसे छोटे-छोटे स्टेप्स से हम बड़े बदलाव का हिस्सा बन सकते हैं। 

Positive सार 

पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने में प्रकृति की जो भूमिका है उसके बारे में सभी जानते हैं। ये संरक्षित है इसीलिए हमारा जीवन भी संरक्षित है। हमें भोजन, पानी, हवा और आवास मिला है। इतना ही नहीं नेचर के कारण ही जलवायु अनुकूल बना हुआ है। ऐसे में अगर हमसे लापरवाही होगी तो हम बेहतर कल की ओर नहीं बढ़ पाएंगे। इसीलिए पर्यावरण को अपना 100 % दें और नए कल की सुंदर कल्पना को साकार करें।

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Rishita Diwan

Content Writer

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