

भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। देश में सुरक्षा और शांति है तो इसके पीछे हमारे जवानों का बहुत बड़ा हाथ है। हमारे जवान देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने का काम कर रहे हैं। उनकी इसी वीरता को हर साल सम्मान दिया जाता है। इस बार भी कीर्ति चक्र से लेकर शौर्य चक्र से जवानों सम्मान दिया गया है। शांतिकाल के दूसरे सर्वोच्च वीरता सम्मान कीर्ती चक्र नायक देवेंद्र प्रताप सिंह को सम्मानित किया गया है।
कौन हैं नायक देवेंद्र प्रताप सिंह ?
55 राष्ट्रीय राइफल्स के देवेंद्र सिंह इस साल जनवरी 29 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए एक ऑपरेशन का हिस्सा थे। दरअसल पुलवामा में कुछ आतंकी छुपे हुए थे। उन आतंकियों को पकड़ने के लिए मौके पर नायक देवेंद्र प्रताप सिंह पहुंचे थे। लेकिन मौके पर पहुंचते ही चार आतंकियों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू की लेकिन तब देवेंद्र प्रताप सिंह असाधारण बहादुरी दिखाते हुए उन आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया और फायरिंग की। जिससे आतंकी मौके से भाग नहीं पाए। जब आतंकियों की बौखलाहट बढ़ी उन्होंने ग्रेनेड का इस्तेमाल किया और घर से बाहर भागे। लेकिन तभी एक आतंकी देवेंद्र के सामने आ गया और नायक ने तुरंत उसे मार गिराया। इसके बाद एक और आतंकी को उन्होंने मौत के घाट उतार दिया। इनमें से एक आतंकी A++ कैटेगरी का था तो दूसरा C कैटेगरी का।
उनकी इसी बहादुरी के लिए इस साल उन्हें कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। वहीं शौर्य चक्र की बात करें तो मेजर नितिन धानिया, मेजर अमित दहिया, मेजर संदीप कुमार, मेजर अभिषेक सिंह, हवलदार घनश्याम और लांस नायक राघवेंद्र सिंह को इस साल शौर्य चक्र दिया गया है। इसके अलावा सिपाही कर्ण वीर सिंह और गनर जसबीर सिंह को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। इस साल सबसे ज्यादा गैलेंट्री मेडल CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस को दिए गए हैं।