कुछ लोग जब कोई बड़ा मुकाम हासिल करते हैं तो वो आने वाली पीढ़ी के लिए भी रास्ते खोल देते हैं। दुनिया के लिए ऐसे लोग रोल मॉडल बन जाते हैं। ऐसी ही एक रोल मॉडल हैं भारत की इंदिरा नूई जो आज कई महिलाओं की प्रेरणा बन चुकी हैं। दरअसल नूई भारत की वे पहली महिला हैं जिन्होंने ग्लोबल कंपनी के CEO पद पर काम किया है। यही वजह है कि इंदिरा की कहानी दूसरी महिलाओं को भी प्रेरित करती है।
इंदिरा नूई का जीवन
इंदिरा का जन्म 28 अक्टूबर 1955 में चेन्नई के एक तमिल परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी शुरूआती स्कूली शिक्षा चेन्नई से ही पूरी की थी। बाद में इंदिरा ने मद्रास यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरी की और पोस्ट-ग्रैजुएशन के लिए कोलकाता चली गईं। इंदिरा 1976 में कोलकाता चली गईं थीं। यहीं पर इंदिरा नूई ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट कोलकाता से डिग्री हासिल की। साल 1980 में उन्होंने पब्लिक एंड प्राइवेट मैनेजमेंट से भी मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की।
साल 1981 में इंदिरा नूई की शादी एमसॉफ्ट सिस्टम के प्रेजिडेंट राज के.नूई से हो गई। इस समय वे दुनिया भर में काफी प्रतिष्ठित थे।
शुरुआत भारत के जॉन्सन एंड जॉन्सन कंपनी से हुई
इंदिरा ने पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने करियर की शुरुआत भारत के जॉन्सन एंड जॉन्सन कंपनी से की। इसके बाद उन्होंने मोटोरोला और बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप में भी अपनी सेवाएं दी।
साल 1994 में इंदिरा नूई के करियर ने नई उड़ा भरी। उन्होंने PepsiCo ज्वाइन किया। 2006 में उन्हें PepsiCo के CEO के पद संभालने की बड़ी जिम्मेदारी मिली। इंदिरा नूई के PepsiCo के कार्यभार संभालने के बाद PepsiCo को 78% का लाभ हुआ। 2006 से 2018 तक इंदिरा CEO के पद पर बनी रहीं और आखिरकार 2018 में उन्होंने PepsiCo के पद से रिजाइन कर दिया।
इंदिरा नूई की उपलब्धि
इंदिरा नूई भारत की उन सफल महिलाओं में शामिल हैं जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर एक मुकाम हासिल किया है। अपनी मेहनत और लगन के दम पर वे भारत की सफल महिला उद्यमियों की कतार में शामिल हुईं। साल 2007 में उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा काफी समय से इंदिरा नूई हर साल दुनिया की अमीर महिलाओं की लिस्ट में शामिल रहती हैं, जो देश के लिए वाकई गर्व की बात है।
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