IIT Bombay से कैसे संवर रहा ग्रामीण लड़कियों का जीवन!

IIT Bombay initiative: आईआईटी बॉम्बे ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों के लिए खास पहल कर रहा है। इसके तहत लड़कियों को सशक्त बनाने की पहल की जाएगी। जानते हैं क्या है ये खास पहल और कैसे 10 पढ़ी लड़कियों का जीवन संवारा जाएगा।

ट्रेनिंग देगी IIT Bombay

IIT बॉम्बे देश के अलग-अलग ग्रामीण हिस्सों से 10वीं की 160 लड़कियों को ट्रेनिंग दे रही है। इसके तहत  मुंबई कैंपस में उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। IIT बॉम्बे के अनुसार इस मुहीम का नाम “वाइस” है यानी कि  वीमेन इन साइंस इंजीनियरिंग फ्रॉम रूरल पार्ट्स ऑफ इंडिया। जिसके तहत इन लड़कियों को स्किल्ड किया जाएगा। इस पहल की शुरूआत पिछले साल महाराष्ट्र, ओडिशा, बिहार से हुई थी। इस साल ये गोवा, दमन-दीव और गुजरात के कुल 160 बच्चों को ट्रेनिंग दे रहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियों को आगे बढ़ने का मौका

IIT Bombay की इस पहल से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को बेहतर मौके मिलेंगे। 10 के बाद लड़कियों को अगर ये पता चल जाए कि उन्हें आगे साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स में कौन सा विषय चुनना है। तो उनके लिए भविष्य की राहें खुल जाएगी। वो परिवार के कहने पर नहीं भटकेंगी। महिलाओं की सहभागिता से ही देश की तरक्की तेजी से होगी। 

ट्रेनिंग से मिल रहा सपनों का आसमान

13 से 15 साल की उम्र की इन लड़कियों को ट्रेनिंग से काफई मदद मिल रही है। जहां पहले 12वीं तक पहुंचते-पहुंचते उनकी शादी की बात होने लगती थी। लेकिन IIT Bombay की ट्रेनिंग से अब लड़कियों में ये समझ डेवलप होने लगी है कि उन्हें अपना भविष्य बनाना है। इससे वो अपने परिवार को लोगों को भी समझा पा रही हैं।

बच्चियों को दी जा रही सभी सुविधा

एक दौर था जब इंटरनेट नहीं था, लेकिन अब समय बदल गया है। बच्चों के पास इतनी सुविधाएं हैं। यही वजह है कि आज के पढ़ाई का दौर पहले से अलग हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऐसे ट्रेनिंग से लोगों के समझ में बदलाव आया है।

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Positive सार

IIT Bombay की पहल से अब ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियां पढ़ाई में और आगे जाने के लिए प्रेरित हो रही हैं। पहले आईआईटी में 2-3 लड़की ही एक क्लास में दिखाई देती थीं, लेकिन आज लड़कियां की संख्या बढ़ी है। ऐसे निसंकोच ऐसे ट्रेनिंग नई पीढ़ी को प्रेरणा दे रही है।

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Rishita Diwan

Content Writer

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