Chhattisgarh’s First Woman Agniveer: छत्तीसगढ़ की बेटियों के लिए यह गर्व का पल है। गरियाबंद जिले की 21 वर्षीय फामेश्वरी यादव भारतीय सेना में अग्निवीर महिला सैन्य पुलिस (WMP) के रूप में चयनित होकर राज्य की पहली महिला अग्निवीर बन गई हैं। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है।
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने फामेश्वरी यादव को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि यह केवल एक चयन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की बेटियों की हिम्मत और देशभक्ति का प्रमाण है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि यह सफलता अन्य युवतियों को भी भारतीय सेना और अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।
सपनों को सच करने का जज्बा
फामेश्वरी यादव की यह सफलता यह दर्शाती है कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कठिन ट्रेनिंग, कड़ी प्रतिस्पर्धा और मानसिक मजबूती के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। उनके इस सफर में उनका आत्मविश्वास और मेहनत सबसे बड़ी ताकत बनी।
शुरू होगा सेना का प्रशिक्षण
फामेश्वरी यादव 1 मई, 2025 से बेंगलुरु स्थित सेना मिलिट्री पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में अपना प्रशिक्षण प्रारंभ करेंगी। इससे पहले उन्हें सेना भर्ती कार्यालय, रायपुर द्वारा सम्मानित किया गया।
बेटियों के लिए प्रेरणा
फामेश्वरी का यह चयन छत्तीसगढ़ की अन्य बेटियों के लिए एक मिसाल है। यह सफलता उन सभी लड़कियों को प्रेरित करेगी जो सेना, पुलिस, खेल और अन्य क्षेत्रों में देश का नाम रोशन करने का सपना देखती हैं।
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बेटियों का बढ़ता आत्मबल
राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण और युवतियों को बेहतर अवसर देने के लिए लगातार कार्य कर रही है। फामेश्वरी की सफलता इस बात का प्रमाण है कि छत्तीसगढ़ की बेटियाँ किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।