Solar Rooftop Price Subsidy:
क्या है पूरी कहानी?
गाजियाबाद की ट्रॉनिका सिटी में राजीव बिल्डर का काम करने करेत हैं। उन्होंने करीब 4 साल पहले अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगाया। लगभग 4 किलो वाट का ये सोलर पैनल रोजाना 20 यूनिट बिजली प्रोड्यूस करता है। इससे राजीव रोजाना करीब डेढ़ सौ रुपए की बचत कर लेते हैं। उनके घर की छत पर लगे 4 किलो वाट के सोलर पैनल से ऑन ग्रिड इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन लिया गया है, इससे राजीव को हर महीने की 600 यूनिट बिजली ग्रिड में सप्लाई होती है और उनका बिजली का बिल कम आता है।
गाजियाबाद की ट्रोनिका सिटी में इस समय बिजली का बिल करीब सात रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से देना पड़ता है। लेकिन घर की छत पर लगे 4 किलो वाट के सोलर पैनल से राजीव त्यागी को हर महीने 600 यूनिट बिजली से 4200 रुपए की आमदनी होती है।
कोई भी कर सकता है इसका बिजनेस
अगर आप भी अपने घर की छत पर 5 किलो वाट का सोलर पैनल लगवाते हैं तो यह रोजाना 25 यूनिट बिजली जनरेट करेगा। महीने के 750 यूनिट बिजली की कीमत मौजूदा रेट के हिसाब से करीब 5250 रुपए होती है। इस तरह 5 किलोवाट का एक सोलर पैनल साल में 63,000 की कमाई का जरिया बन सकता है।
खास बात ये है कि सोलर पैनल पर कंपनियां 20 साल की गारंटी भी देती हैं जबकि डायरेक्ट करंट को अल्टरनेट करंट में बदलने वाले इनवर्टर की 5 साल की गारंटी है। अगर 20 साल की अवधि को लेकर चलें तो करीब ₹200000 की लागत पर कोई भी व्यक्ति 20 साल में 12 लाख रुपए से अधिक की कमाई कर सकता है।
सरकार देती है सब्सिडी
सरकार इसके लिए सब्सिडी भी देती है जिसके तहत करीब 1 लाख रुपए की सब्सिडी को हटा दें तो एक लाख की लागत कोई व्यक्ति अगले 20 सालों में ₹12 लाख से अधिक की कमाई कर सकता है। पिछले कुछ समय में रूफ़टॉप सोलर लगाने की प्रक्रिया काफी सरल हो गई है। वहीं सरकार घर की छत पर सोलर पैनल लगाने वाले लोगों को कई तरह की सुविधा भी देती है।