भारत का पहला डिजिटल साइंस पार्क केरल में बनकर तैयार होगा। इस पार्क की आधारशिला 25 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रखेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक तीसरी पीढ़ी का साइंस पार्क टेक्नोपार्क फेज IV – टेक्नोसिटी में केरल के डिजिटल विश्वविद्यालय के करीब बनाया जाएगा।
देश का पहला डिजीटल पार्क केरल में
1500 करोड़ रुपए की लागत से केरल में डिजिटल साइंस पार्क की नींव रखी जा रही है। केरल का यह डिजीटल पार्क भारत का पहला डिजिटल पार्क के रूप में पहचान रखेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, विभिन्न मंत्री और कांग्रेस के तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर इस कार्यक्रम में का हिस्सा बनेंगे।
डिजिटल साइंस पार्क प्रोजेक्ट की परिकल्पना एक बहु-विषयक क्लस्टर-आधारित इंटरैक्टिव-इनोवेशन जोन के रूप में हुई थी, जो डिजिटल तकनीकों पर सेंट्रलाइज होगा। यह पार्क आने वाले दो सालों में पूरा होगा।
डिजिटल साइंस पार्क की खासियत
ऐसा कहा जा रहा है कि 2022-23 के बजट में राज्य सरकार ने दो ब्लॉकों में 10 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में डिजिटल साइंस पार्क बनाने की घोषणा की थी। शुरूआत में ‘पार्क में शुरू 2,00,000 वर्ग फुट के कुल क्षेत्रफल के साथ दो भवन बनाए जाएंगे। 1,50,000 वर्ग फुट में पहले वाले में पांच मंजिल होंगे, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) जिसमें अनुसंधान प्रयोगशालाएं और डिजिटल इनक्यूबेटर बनेंगे। वहीं दूसरी बिल्डिंग में प्रशासनिक और साथ ही डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर की स्थापना की जाएगी। डिजिटल साइंस पार्क अगले कुछ महीनों के भीतर टेक्नोपार्क फेज IV स्थित कबानी में 10,000 वर्ग फुट जगह से अपना परिचालन शुरू कर देगा।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 1,500 करोड़ रुपये से अधिक के कुल परियोजना परिव्यय में से 200 करोड़ रुपये राज्य सरकार द्वारा पहले ही आवंटित हो चुके हैं। किए जा चुके हैं और शेष राशि उद्योग भागीदारों सहित अन्य स्रोतों से जनरेट की जाएगी। डिजिटल साइंस पार्क आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, स्मार्ट हार्डवेयर, टिकाऊ और स्मार्ट सामग्री के डोमेन से उद्योग और व्यापार इकाइयों के साथ-साथ प्रौद्योगिकी स्टार्टअप की सुविधा आने वाली जनरेशन को देगा।