Superfood: समय बदल रहा है, लाइफस्टाइल भी बदल रही है। बच्चों के जीवन का तरीका और रहन-सहन, खान-पान में काफी बदलाव आया है। ऐसे में पैरेंट्स पर ये दबाव हमेशा होता है कि उन्हें क्या खिलाया जाए और किन चीजों से दूर रखा जाए ताकि बढ़ती उम्र में उनकी मेमोरी को शार्प रखा जा सके। इसके अलावा कई बार ऐसा भी होता है कि स्कूल हो या ट्यूशन, बच्चों पर हर एग्जाम में अच्छे नंबर लाने का प्रेशर रहता है। प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में उनके दिमाग पर बुरा असर तो पड़ता है साथ ही सेहत भी बुरा प्रभाव दिखाई देता है। बढ़ते बच्चों के द्वारा खाया जाने वाला खाना सीधे उनके कॉग्निटिव फंक्शन, एनर्जी लेवल और ओवरऑल हेल्थ पर असर दिखाता है। ऐसे में पेरेंट्स को जरूरत है कि वे बच्चों के खाने-पीने का विशेष ध्यान दें। ताकि उनके शरीर और दिमाग को जरूरी पोषक तत्व मिल सके।
हाल ही में कुछ हेल्थ रिसर्च बच्चों की खान-पान को लेकर पब्लिश हुए हैं जिसमें ये बताया गया है कि बच्चों की हेल्थ को बेहतर बनाए रखने के लिए अच्छी डाइट प्राइमरी होना चाहिए। बच्चों को सुबह-सुबह हेल्दी नाश्ता, लंच के साथ पोषक तत्वों से भरपूर स्नैक्स दूध और फल देना काफी फायदेमंद होता है। चावल या रोटी के साथ दाल और सब्जियों का एक स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर कॉम्बिनेशन उनकी मेमोरी को शार्प बनाता है। संतुलित खाने से यह सुनिश्चित होता है कि बच्चे की हर दिन की जरूरी विटामिन, प्रोटीन और किलोकैलोरी की मात्रा पूरी हो रही है। उदाहरण के लिए मान लीजिए कि जिस तरह कार को चलने के लिए अच्छे फ्यूल की जरूरत होती है, ठीक उसी तरह मनुष्य शरीर और दिमाग को बेस्ट काम करने के लिए उचित पोषण की जरूरत होती है। बच्चों को स्ट्रेस से बचाने और बेहतर पोषण के लिए पैरेंट्स ये तरीका अपना सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड की जरूरत को करें पूरा
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीजें बच्चों का दिमाग को तेज करने में मददगार होते हैं। इसके लिए उन्हें अखरोट और अलसी खिलाना सही होता है। अगर बच्चे नॉन-वेज खाते हैं तो उसकी डाइट में सैल्मन फिश शामिल करना सही रास्ता है। इससे उसका दिमाग हेल्दी और तेज बनता है।
रेनबो फ्रूट हैं फायदेमंद
यहां रेनबो फ्रूट का मतलब है कि बच्चों को सभी रंग के फलों को खाने की आदत डलवाए। ये फ्रूट एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। रंगीन फलों और सब्जियों के इस्तेमाल से बच्चों की मेमोरी कंप्यूटर जैसी तेज होती है। इन फलों और सब्जियों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट दिमाग की कोशिकाओं को डैमेज होने से रोकते हैं और याददाश्त में सुधार करते हैं।
कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट भी जरूरी
ब्राउन राइस, जई और क्विनोआ जैसे साबुत अनाज बच्चों के दिमाग को कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट देते हैं जो मस्तिष्क के लिए ऊर्जा का एक स्थिर सोर्स होता है। इससे बच्चों का दिमाग शार्प होता है।
प्रोटीन को न करें नजरअंदाज
प्रोटीन से भरपूर फूड्स अच्छी याददाश्त और मानसिक सतर्कता के लिए सबसे जरूरी माने गए हैं। ये चिकन, बीन्स और टोफू जैसे प्रोटीन के सोर्स न्यूरोट्रांसमीटर प्रोडक्शन सहायता करते हैं। इससे बच्चों की एकाग्रता बढ़ती है।
इसके अलावा विटामिन और मिनरल्स का मेमोरी तेज करने में महत्वपूर्ण योगदान होता है। विटामिन बी, विटामिन डी और आयरन जैसे पोषक तत्व संज्ञानात्मक विकास और फोकस करने में मददगार होते हैं। तो देरी किस बात की जब ये सब हमारे आस-पास अवेलेबल हैं।