बच्चों को सेल्फ डिसीजन मेकर बनाने की दिशा में करें काम, भविष्य के लिए होंगे तैयार!
भारतीय बच्चे माता-पिता के रहते डिपेंडेंट ही बने रहते हैं। दरअसल हमारी भारतीय परवरिश में यह शामिल है कि हम अपने बच्चों को हमेशा संरक्षण देना चाहते हैं।
भारतीय बच्चे माता-पिता के रहते डिपेंडेंट ही बने रहते हैं। दरअसल हमारी भारतीय परवरिश में यह शामिल है कि हम अपने बच्चों को हमेशा संरक्षण देना चाहते हैं।
हममें से हर किसी ने बचपन में गुल्ली-डंडा, पिट्ठू, कंचे जैसे खेल खेलें होंगे। बचपन के ये पारंपरिक गेम हमारी जीवन शैली का अभिन्न हिस्सा होते थे फिर चाहे भरी दोपहरी हो या कंपकपाती ठंड। पर वर्तमान मोबाइल गेम्स ने इन पारम्परिक खेलों को गायब कर दिया है।