कभी खुद की पढ़ाई के लिए नहीं थे पैसे, आज 40 हजार बच्चों के पढ़ने-खाने और रहने का उठा रहे हैं खर्च
आज से करीब 30 साल पहले भुवनेश्वर में अच्युता सामंत ने 12 बच्चों और 2 स्टाफ के साथ एक एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की नींव रखी, उद्देश्य था हर वर्ग के बच्चों तक अच्छी शिक्षा पहुंचाना।