Highlights:
- 20 साल की मालविका ने साइना नेहवाल को हराया।
- इंडियन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में मालविका को मिली जीत।
- महाराष्ट्र की रहने वाली है मालविका बंसोड़।
इंडियन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारत को मिली एक और बैंडमिंटन स्टार मालविका बंसोड़। 20 साल की इस खिलाड़ी ने ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में ओलंपिक मेडलिस्ट साइना नेहवाल को न सिर्फ कड़ी टक्कर दी बल्कि उन्हें गेम में हराया भी। दरअसल महिला सिंगल्स के दूसरे राउंड के मुकाबले में मालविका ने साइना को लगातार गेमों में 21-17, 21-9 से हराया। 34 मिनट तक चलने वाले इस मैच ने यह साबित कर दिया कि भारत को भविष्य की एक और बैडमिंटन स्टार मिल चुकी है। मालविका फिलहाल 111वीं रैंक की खिलाड़ी हैं।
कौन है मालविका बंसोड़?
20 साल की मालविका महाराष्ट्र के नागपुर की रहने वाली हैं। फिलहाल वह चेन्नई की SRM यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग कर रही हैं। मालविका के माता-पित डेंटिस्ट हैं। मालविका ने इससे पहले जूनियर और युवा कैटेगरी में भी कामयाबी हासिल कर चुकी हैं। मालविका ने राज्य स्तर पर अंडर-13 का खिताब जीता, और अंडर-17 में भी चैंपियन बनीं। भारतीय स्कूल गेम्स फेडरेशन में भी मालविका ने तीन गोल्ड मेडल जीते हैं। वहीं राष्ट्रीय स्तर की जूनियर और सीनियर वर्ग के प्रतियोगिता में मालविका नौ गोल्ड मेडल जीते हैं।
मालदीव में हुए इंटरनेशनल फ्यूचर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब भी मालविका ने अपने नाम किया है। उन्होंने 2019 में सीनियर इंटरनेशनल लेवल पर शानदार खेला था। बाएं हाथ की खिलाड़ी मालविका ने एक सप्ताह के अंदर ही नेपाल में अन्नपूर्णा पोस्ट इंटरनेशनल सीरीज का खिताब जीता। वह एशियन स्कूल बैडमिंटन चैंपयनशिप और साउथ एशियन अंडर-21 रीजनल बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडलिस्ट हैं।
बेहतरीन प्रदर्शन के पीछे मां का संघर्ष
मालविका की कहानी में खेल के प्रति समर्पण अकेले मालविका की नहीं बल्कि उनकी मां डॉ तृप्ति बसोड़ की भी है। पेशे से डेंटिस्ट तृप्ति ने मालविका के खेल के लिए अपने करियर को भी दांव पर लगा दिया। और बेटी के गेम को निखारने के लिए स्पोर्ट्स साइंस में मास्टर की डिग्री तक ले डाली। मालविका पिछले तीन साल से रायपुर में ट्रेनिंग ले रही हैं। बेटी को किसी तरह की परेशानी न हो इसलिए डॉ तृप्ति बेटी के साथ आकर रहने लगीं।
मालविका की यह जीत इस बात को साबित करती है कि यह उनका तो केवल शुरूआत है आने वाले समय में मालविका अपने बेहतरीन गेम प्रदर्शन से भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। मालविका का अच्छा प्रदर्शन उनके जैसी कई प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रेरित करेगा।