20 साल के भारतीय रेसलर जेरेमी लालरिनुंगा ने कोरिया के जिंजू में एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप में पुरुषों के 67 किग्रा भारवर्ग के स्नैच में सिल्वर मेडल हासिल किया। हालांकि क्लीन एवं जर्क में वह तीनों प्रयासों में नाकाम रहे और कुल योग में जगह नहीं बना सके। राष्ट्रमंडल खेल 2022 के बाद उन्होंने अपने पहले टूर्नामेंट में भाग लिया है, जेरेमी 12 भारोत्तोलकों के बीच अकेले ऐसे खिलाड़ी है जो अपनी स्पर्धा पूरी नहीं कर पाए। उनका यह भारवर्ग ओलंपिक का हिस्सा नहीं है।
141 किग्रा भार उठाकर दिया अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
जेरेमी ने स्नैच में 141 किग्रा भार उठाकर अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी कर ली और भारत को रजत पदक दिलाने में कामयाब रहे। वे क्लीन एवं जर्क में अपने पहले दो प्रयासों में 165 किग्रा वजन नहीं उठा सके। यूथ ओलंपिक के चैंपियन जेरेमी ने तीसरे प्रयास के लिए वजन बढ़ाकर 168 किग्रा कर दिया लेकिन वह इसे उठाने में असफल रहे। यह भार उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से दो किलो ज्यादा था। स्नैच तथा क्लीन एवं जर्क के कुल छह प्रयासों में जेरेमी केवल दो बार ही सफल हो सके। वहीं बिंदियारानी देवी ने महिलाओं के 55 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीता।इस तरह चैंपिनयशिप में भारत के अब तक दो पदक हो गए हैं।
स्नैच राउंड में किया अच्छा प्रदर्शन
चोट की वजह से पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में भाग नहीं ले पाने वाले मिजोरम के इस खिलाड़ी ने शुरू में भले ही जल्दबाजी की। उन्होंने स्नैच में अपने दूसरे प्रयास में 137 किग्रा भार सफलतापूर्वक उठाया। इसके बाद तीसरे प्रयास में उन्होंने 141 किलो वजन उठाकर इस वर्ग में दूसरा स्थान पा सके।
कुल योग में जगह नहीं बना पाने की वजह से भले ही वे निराश हुए लेकिन भारत के लिए उन्होंने रजत पदक जीता। चीन के हे यूजी ने 320 किग्रा (147 किग्रा + 173 किग्रा) वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता, वहीं कोरिया के ली सांग्योन ने 314 किग्रा (139 किग्रा + 175 किग्रा) और उज्बेकिस्तान के एर्गाशेव अधखमजोन ने 312 किग्रा (138 किग्रा + 174 किग्रा) वजन उठाकर क्रमशः रजत और कांस्य पदक हासिल किए।