National Water Award: बस्तर के एक छोटे से गांव ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन किया है। कांकेर जिले के नहरपुर विकासखंड के एक छोटे से गांव मासुलपानी को (National Water Award ) ‘राष्ट्रीय जल पुरस्कार’ मिला है। मासुलपानी ग्राम पंचायत को यह पुरस्कार जल संरक्षण के क्षेत्र में अच्छा काम करने पर मिला। यह सम्मान साल 2023 के लिए दिया गया।
इस श्रेणी में मिला सम्मान
मासुलपानी (Masulpani) को यह पुरस्कार (National Water Award) श्रेष्ठ पंचायत की श्रेणी में दूसरे स्थान के लिए प्राप्त हुआ। आपको बता दें मासुलपानी गांव ने जल संरक्षण और संवर्धन की दिशा में सराहनीय काम किया है। ग्राम पंचयात को यह सम्मान दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों दिया गया। राष्ट्रीय जल पुरस्कारों का यह पांचवां संस्करण था।
इस पहल के लिए मिला सम्मान
लगभग 700 लोगों की आबादी वाला मासुलपानी (Masulpani)एक समय में पानी की किल्लत से जूझ रहा था। यहां के लोगों का जीवन खेती पर ही निर्भर है, लेकिन सिंचाई के लिए भी पर्याप्त पानी नहीं होता था। पानी की कमी को दूर करने के लिए गांव की महिलाओं ने कदम बढ़ाया। उन्होंने गांव की उन जगहों को चिन्हित किया जहां पानी को रोका जा सकता था। प्लानिंग करके फाइल जनपद में जमा किया गया। जिसके बाद गांव में जल संरक्षण के लिए कई काम किए गए।
लगभग हर घर में है कुंए
गांव में जल सरंक्षण के लिए जलाए गए जागरूकता अभियान की बदौलत आज लगभग हर घर में कुंआ है। कुछ घरों में छोटी डबरी बनाकर पानी को संरक्षित किया जा रहा है। सरकार की पहल और ग्रामीणों की सहभागिता से आज गांव में 161 जल शेड और 99 फार्म तालाब भी है। 2023 में पंचायत ने सामुदायिक तालाब, डी सिल्टिंग, 2 कुंए, 2 भूमिगत बांध, 3 गेबियन का निर्माण कराया गया।
Positive सार
एक छोटे से गांव ने (Masulpani) जनभागीदारी की बदौलत गांव में होने वाली पानी की कमी को दूर कर दिया है। गांव में जो पानी की किल्लत थी उसका समाधान हो गया है। पीने के पानी से लेकर सिंचाई तक के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है। गांव के लोगों, पंचायत और जिला प्रशासन की यह पहल वाकई पुरस्कार योग्य थी।