Mahakumbh 2025: प्रयागराज स्थित महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के दौरान भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। 29 जनवरी को सुबह-सुबह श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गई और कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। इससे कई लोग घायल हो गए। स्थिति को देखते हुए अखाड़ों ने अमृत स्नान का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया है। आंकड़ों की मानें तो वर्तमान में संगम नगरी में लगभग 8 करोड़ श्रद्धालुओं की उपस्थिति दर्ज की गई है। ये कोई पहला मामला नहीं है जिसमें लोग भीड़ की वजह से हताहत हुए हों। ऐसे में सबसे जरूर है ऐसी जगहों पर सब्र रखना इससे आप तो सुरक्षित रहेंगे ही दूसरों को भी सुरक्षा देंगे। इस लेख के जरिए हमारी छोटी सी कोशिश है आपको भीड़भाड़ वाली जगहों पर सुरक्षित रहने के बारे में बताने की। जानें क्या करें और क्या न करें…
भगदड़ के दौरान क्या करें?
- शांत रहें और घबराएं नहीं
- भगदड़ में सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है संयम बनाए रखना।
- घबराहट में गलत दिशा में भागने से चोट लग सकती है।
सबसे सुरक्षित स्थान की पहचान करें
- अगर आप खुले स्थान में हैं तो किनारे की ओर जाने की कोशिश करें।
- दीवार, खंभे, बैरिकेड से दूर रहें, ताकि दबाव से बच सकें।
- पैरों को मजबूत रखें और हाथों से सुरक्षा करें
- आप भीड़ में फंस जाएं, तो अपने पैरों को मजबूती से टिकाएं।
- हाथों को छाती के पास रखें ताकि सांस लेने में परेशानी न हो।
नीचे गिरने से बचें और गिरने पर तुरंत उठें
अगर आप गिर जाते हैं, तो तुरंत किसी सहारे से उठने की कोशिश करें।
अपने सिर की सुरक्षा करें और करवट लेकर घुटनों को मोड़ें।
बचाव के लिए EXIT देखें
- हमेशा निकास द्वार और आपातकालीन मार्गों की जानकारी रखें।
- भीड़ के विपरीत दिशा में भागने के बजाय लय में चलते रहें।
- भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाते समय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
- मोबाइल चार्ज रखें और अपने परिवार से संपर्क बनाए रखें।
महाकुंभ प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
महाकुंभ प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी पीपे पुल और बैरिकेडिंग खोलने का आदेश दिया है। पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है और श्रद्धालुओं से संगम तट की ओर न जाने की अपील की गई है।