Cannes Film Festival: भारतीय सेलेब्रिटिज और इंफ्लूएंसर्स ने तो कांस में अपनी एक शानदार उपस्थिति दर्ज कराई ही। अब भारती फिल्म ने भी सभी के दिलों पर अपनी छाप छोड़ी दी है। दरअसल भारतीय फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ (All We Imagine as Light) ने फिल्म फेस्टिवल में काफी तारीफें बटोरी है। जानते हैं किसने इस फिल्म को बनाया है और इस फिल्म को लेकर क्या कह रहे हैं समीक्षक
ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’
Cannes Film Festival में पायल कपाड़िया की फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ (All We Imagine as Light) वर्ल्ड प्रीमियर के मौके पर लोगों ने काफी पसंद किया। इस फिल्म ने क्रिटिक्स को प्रभावित किया।
स्टैंडिंग ओवेशवन से मिला सम्मान
30 सालों में फेस्टिवल के कंपटीशन सेक्शन के लिए क्वालीफाई होने वाली ये फिल्म पहली भारतीय फिल्म है। फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद आठ मिनट तक इस फिल्म को स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया। जो वाकई में बड़ी बात है। बता दें कि फिल्म फेस्टिवल के इस एडिशन की ये सबसे लंबी स्क्रीनिंग में से एक थी। पायल कपाड़िया यूरोपीय दिग्गजों जैसे जैक्स ऑडियार्ड और योर्गोस लैंथिमोस, अमेरिकी लेखक डेविड क्रोनबर्ग और पॉल श्रेडर और एशियाई दूरदर्शी जिया झांगके के साथ कॉम्पिटिशन में हैं।
कौन हैं पायल कपाड़िया?
पायल कपाड़िया (Payal Kapadia) भारतीय फिल्म निर्माता और डायरेक्टर हैं। उन्होंने ही ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ को बनाया है। पायल का जन्म मुंबई में हुआ है। शिक्षा की बात करें तो उन्होंने अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन किया है, जबकि मास्टर्स डिग्री सोफिया कॉलेज से पूरा किया है। पायल ने फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से डायरेक्शन की बारीकियां सीखीं। साल 2014 में फिल्म ‘वाटरमेलन’ से डेब्यू करने वाली पायल ने ही ‘फिश एंड हाफ घोस्ट’ भी बनाई है।
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क्या कह रहे हैं रिव्यूज?
Cannes Film Festival में पायल की फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद आने वाले रिव्यू शानदार थे। इंटरनेशनल क्रिटिक फियोनुआला होलिगन ने पायल की फिल्म के लिए लिखा, “डॉक्यूमेंट्री बनाने वाली एक टैलेंटेड निर्माता की फिक्शन में यह शुरुआत ल्यूक्रेसिया मार्टेल या ऐलिस रोहरवाचेर के काम की याद जैसा है। इसमें एक मजबूत रोमांटिक तत्व है जो हांगकांग शहर के साथ वोंग कार-वाई के प्रेम संबंध की याद भी दिलाता है।