Breakfast With Collector: रायपुर के कलेक्टर (Raipur collector)गौरव सिंह ने एक ऐसी पहल शुरु की है जिसकी हर कोई सराहना कर रहा है। उन्होंने विभागों में काम कर रहे कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए उनसे सीधे जुड़ने के लिए ‘ब्रेकफास्ट विथ कलेक्टर’ कार्यक्रम शुरु किया है। आइए इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है ‘ब्रेकफास्ट विथ कलेक्टर’?
ब्रेकफसस्ट विथ कलेक्टर, (Breakfast With Collector) रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह की (Gaurav Kumar singh)अभिनव पहल है। इसके तहत अपने क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले कर्मचारियों के साथ कलेक्टर गौरव सिंह ब्रेकफास्ट करते हैं। इस दौरान वो उनके फिल्ड में आ रही समस्याओं को सुनते हैं, उनके सुझाव लेते हैं और उनके परिवार का हालचाल भी जानते हैं। इस कार्यक्रम में छोटे से छोटे और बड़े से बढ़े कर्मचारियों को आमंत्रित किया जाता है।
क्या है इस पहल का उद्देश्य ?
कलेक्टर गौरव सिंह (Raipur collector)का मुख्य उद्देश्य हर वर्ग के कर्मचारियों से कनेक्ट होना है। कर्मचारियों से सीधे रुबरू होकर कलेक्टर उनकी समस्याओं को बेहत तरीके से समझ सकते हैं। साथ ही आमने सामने बात होने से उन्हें अपने काम को और बेहतर बनाने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं। इस कार्यक्रम के तहत पटवारी, रोजगार सहायक, ड्रोन दीदी, बैंक सखी, पशु सखी जैसे ग्राउंड लेवल पर काम करने वाले कर्मचारियों के साथ बातचीत की जा रही है।
दूसरे जिले भी हो रहे मोटिवेट
कलेक्टर गौरव सिंह (Gaurav Kumar Singh)की इस पहले से छोटे कर्मचारी बेहद खुश और प्रोत्साहित हो रहे हैं। कलेक्टर से मिलकर उन्हें अब लग रहा है कि वो अपनी समस्याओं को सीधे कलेक्टर के सामने रख सकते हैं। इस कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए अब दूसरे कलेक्टर भी अपनाने की बात कर रहे हैं। गौरव सिंह की यह पहल प्रशासनिक काम को सुचारू रुप से पूरा कराने में मदद कर रही है।
Positive सार
किसी भी जिले के विकास के लिए वहां का कलेक्टर रिस्पॉन्सेबल होते हैं। लेकिन काम वो कर्मचारी करते है जिन्हें ग्राउंड लेवल पर आ रही समस्याओं का पता होता है। छोटे स्तर के कर्मचारियों और कलेक्टर के बीच शुरु किया गया ये सामंजस्य काम में तेजी लाएगा। साथ ही जमीनी स्तर की समस्याएं अब सीधे कलेक्टर तक पहुंचेंगी। ब्रेकफास्ट विथ कलेक्टर का हिस्सा बनने केलिए कर्मचारी भी अच्चा काम करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।