HIGHLIGHTS:
- भारत को मिली चोरी हुई 1200 साल प्राचीन ‘अवलोकितेश्वर पद्मपाणि’ की प्रतिमा
- 22 साल भारत को वापस लौटाई गई
- बिहार से चोरी की गई थी प्रतिमा
भारत की 1200 साल प्राचीन ‘अवलोकितेश्वर पद्मपाणि’ 22 साल भारत को वापस लौटाई गई है। यह मूर्ति 22 साल पहले भारत के बिहार राज्य से चोरी की गई थी। जिसे इटली के मिलान में भारतीय वाणिज्यिक दूतावास के द्वारा भारत को लौटाई गई। बताया जा रहा है ‘अवलोकितेश्वर पद्मपाणि’ की यह मूर्ति 8वीं-12वीं सदी की है।
भारतीय वाणिज्य दूतावास ने यह जारी किया कि देवीस्थान कुंडलपुर मंदिर (बिहार) में करीब 1200 सालों तक सुरक्षित था। जिसके बाद इस मूर्ति को साल 2000 में चोरी कर लिया गया था। पत्थर की बनी अवलोकितेश्वर पद्मपाणि की यह मूर्ति 8वीं-12वीं सदी प्राचीन है। इस प्राचीन मूर्ति में भगवान बुद्ध अपने बाएँ हाथ में कमल लिए खड़े हैं।
दरअसल भगवान बुद्ध को ही ‘अवलोकितेश्वर पद्मपाणि’ कहा जाता है। बौद्ध धर्म में इसे बोधिस्तव कहा गया है, जो कि बुद्धों की करुणा और दयाशीलता का प्रतीक है। वाणिज्य दूतावास के अनुसार मूर्ति को लेकर जानकारियाँ सामने आई हैं कि इटली के मिलान आने से पहले ये मूर्ति कुछ समय के लिए फ्रांस के कला बाजार रखी थी। भारत की इस प्राचीन धरोहर को वापस देश में लाने के लिए सिंगापुर इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट और आर्ट रिकवरी इंटरनेशनल ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
संस्कृति मंत्रालय ने कहा है कि-, “संस्कृति मंत्रालय उन प्राचीन वस्तुओं को वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है, जिनकी विरासत भारत के लिए महत्वपूर्ण है। और जिनका स्थानीय महत्व है। जिन लोगों से पैतृक विरासत छीन ली गई है उनमें विश्वास फिर से स्थापित किया जाएगा।”