

बिहार के सुपर 30 के संस्थापक व गणितज्ञ आनंद कुमार को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में पद्मश्री से नवाजा गया है। पद्म श्री सम्मान देश का चौथा सिविलियन सम्मान है। पद्म श्री प्राप्त करने पर सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने कहा कि, इस पुरस्कार के बाद जिम्मेदारी बढ़ी है। हम दूसरे राज्यों के छात्रों को शामिल करने के लिए सुपर 30 कार्यक्रम का और विस्तार करना चाहते हैं। इस साल के अंत तक ऑनलाइन शिक्षा भी शुरू करना चाहते हैं।
कुमार बिहार के उन तीन लोगों में से एक हैं जिन्हें 74वें गणतंत्र दिवस से पहले साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
सुपर 30 क्या है जानें?
आनंद कुमार को आईआईटी जैसे इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए गरीब और वंचित छात्रों के लिए सुपर 30 नाम से एक कोचिंग संस्थान चलाने के लिए जाना जाता है। आनंद को वंचित छात्रों के लिए एक कोचिंग संस्थान चलाने की उनकी पहल के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
सुपर 30 की शुरुआत आनंद कुमार ने 2002 में की। आनंद कुमार ने पटना विश्वविद्यालय से गणित से स्नातक किया और फिर वहीं Msc किया। सुपर 30 से अबतक 510 छात्रों ने आईआईटी में पढ़ाई की है और बड़ी कम्पनियों में नौकरी कर रहे हैं।
106 को मिला पद्म पुरस्कार, इनमें 91 हैं पद्म श्री
गृह मंत्रालय ने 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। छह लोगों को पद्म विभूषण, नौ को पद्म भूषण और 91 लोगों को पद्मश्री से नवाजा जाएगा।

