डिलीवरी एग्जीक्यूटिव्स की सुरक्षा के लिए उठाया जा रहा कदम, महिला डिलीवर्स को भी मिलेगा सुरक्षा का माहौल !



महिला डिलीवरी वर्कर्स को सुरक्षित माहौल देने के लिए यौन उत्पीुड़न निवारण नीति लागू करने की एक सकारात्मक पहल की गई है। इसका उद्देश्य महिला डिलीवरी वर्कर्स को यौन उत्पीड़न के खतरे से बचाना है। भारत के फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने इस नीति को लागू किया है। जिससे अब महिलाओं के लिए सुरक्षा का माहौल तैयार होगा। इस प्रयास के बाद अब डिलीवरी सेक्टर में महिलाएं नौकरी करने आने को प्रोत्साहित होंगी।

स्विगी ने यौन उत्पीमड़न निवारण नीति लागू करते हुए यह कहा- 2016 में पहली डिलीवरी वुमैन की भर्ती के बाद से अब तक का सफर सपाट रहा, इस दौरान उन सांस्कृकतिक, सामाजिक और यहां तक कि डिलीवरी के मोर्चे पर पेश आने वाली चुनौतियों के बारे में जानने सीखने को मिला। हमारी टीम का हिस्सा जब महिलाएं बनी तो पता चला कि आखिर किस वजह से अधिक महिलाएं डिलीवरी नेटवर्क के क्षेत्र में आगे नहीं आती हैं। 2021 में स्विगी पहला प्ले टफार्म बना जिसने विमेन डिलीवरी वर्कर्स के लिए पेड पीरियड टाइम ऑफ लाया। इसी तरह हाइजिनिक रेस्टंरूम और उन्हेंि वाहनों की सुविधा भी दी गई।

महिला वर्कर्स की सुरक्षा पर जोर

स्विगी ने कहा कि डिलीवरी एग्जीरक्युेटिव्सम की सुरक्षा वे चाहे पुरुष हों या महिलाएं हमारी सर्वोच्चं प्राथमिकता है. स्विगी डिलीवरी एग्ज़ीटक्यु टिव एप में SOS बटन दिया गया है जो एग्जी्क्युपटिव्सि को चौबीसों घंटे सपोर्ट सुविधा देने के साथ उन्हेंी तत्का़ल एंबुलेंस, लोकल पुलिस स्टेहशन, या स्विगी हैल्पमलाइन से कनेक्टब करता है. अगर हमारे डिलीवरी वर्कर्स को महसूस होता है कि जहां वे डिलीवरी देने गए हैं वह इलाका सुरक्षित नहीं है, तो वे डिलीवरी देने से इंकार कर 
सकते हैं|

स्विगी की यौन उत्पीदड़न निवारण नीति

यौन उत्पी ड़न निवारण के लिए स्विगी की नीतिगत पहल यौन उत्पी ड़न निवारण (POSH) अधिनियम में निहित भावना के अनुरूप है. इसमें यह बताया गया है कि किस प्रकार यौन उत्पीड़न की घटनाओं को रिपोर्ट किया जा सकता है और किस प्रकार इनकी जांच तथा कार्रवाई की जाएगी. यदि ग्राहकों, पुरुष सहकर्मियों, रेस्टॉ रेंट पार्टनर्स, और स्विगी कर्मचारियों की वजह से यौन उत्पीुड़न का मामला है, तो कोई भी वुमैन डिलीवरी एग्जीाक्यु टिव सहायता के लिए स्विगी के इमरजेंसी SOS नंबर पर संपर्क कर सकती है|

इन प्रयासों से उत्पीड़न के मामले बंद होंगे

स्विगी की हेड ऑफ ऑपरेशंस मिहिर शाह ने कहा कि स्विगी के डिलीवरी तंत्र में यौन उत्पीयड़न या लिंग-आधारित दुर्व्यऑवहार के लिए कोई जगह नहीं है. यौन उत्पीमड़न निवारण नीति के जरिए हम कम्युीनिटी के बीच जागरूकता एवं जिम्मेादारी बढ़ाने का काम कर रहे हैं. हमें भरोसा है कि इन प्रयासों से ऐसे मामले बंद होंगे और साथ ही वुमेन डिलीवरी एग्जीबक्युाटिव्सव को भी इन मामलों को रिपोर्ट करते हुए यह यकीन होगा कि उन्हें न्याय मिलेगा. हमारा लक्ष्यय स्विगी डिलीवरी प्लेाटफार्म पर महिलाओं को सुरक्षा का अहसास दिलाना है |

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Dr. Kirti Sisodia

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