Mann ki Baat 2023: प्रधानमंत्री मोदी ने की ‘मन की बात’, जानें क्या है इस बार खास !



Mann ki Baat 2023: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों के साथ अपने विचारों को साझा किया। उन्होंने साल 2023 की पहली ‘मन की बात’ देशवासियों से की। यह मासिक रेडियो कार्यक्रम Mann Ki Baat का 97वां एपिसोड था। मन की बात के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह में अनेक पहलुओं की काफी प्रशंसा हुई है। उन्होंने कर्तव्य पथ का 26 जनवरी की परेड के दौरान निर्माण करने वाले श्रमिकों को देखकर अच्छा लगने की बात कही।इस परेड में पहली बार हिस्सा लेने वाली महिला ऊंट सवार और CRPF की महिला टुकड़ी की भी काफी सराहना की बात प्रधानमंत्री ने की।

पद्म पुरस्कार पाने वाले महानुभावों ने कराया गर्व का एहसास

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जनजातीय समुदायों से जुड़ी चीजों के संरक्षण और उन पर रिसर्च के प्रयास भी होते रहे हैं। ऐसे ही टोटो, हो, कुइ, कुवी और मांडा जैसी जनजातीय भाषाओं पर काम करने वाले कई महानुभावों को पद्म पुरस्कार 
मिले जो हम सभी के लिए गर्व की बात है।

दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र का हम हिस्सा

प्रधानमंत्री ने देश लोकतंत्र के बारे में कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हम भारतीयों को इस बात का गर्व है कि हमारा देश लोकतंत्र की जननी भी है। लोकतंत्र हमारी रगों में समायी है। हमारी संस्कृति में ये है। सदियों से यह हमारे कामकाज का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वभाव से हम एक लोकतांत्रिक समाज हैं। डॉ अम्बेडकर ने बौद्ध भिक्षु संघ की तुलना भारतीय संसद से की है। उन्होंने संसद को ऐसी संस्था बताया था, जहां प्रस्ताव, संकल्प, कोरम और वोटों की गिनती के लिए कई नियम लागू थे। बाबासाहेब का मानना था कि भगवान बुद्ध को इसकी प्रेरणा उस समय की राजनीतिक व्यवस्थाओं से ली होगी।

युवाओं के कंधे पर है देश निर्माण की जिम्मेदारी

PM मोदी ने NCC कैडेट्स और NSS वालंटियर्स से जो बातचीत की उसके लिए कहा कि – युवाओं के कंधे पर है देश के निर्माण की जिम्मेदारी है।

योग और बाजरा को बताया सेहत के लिए फायदेमंद

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस और अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष दोनों का निर्णय भारत के प्रस्ताव के बाद ही लिया है। योग भी स्वास्थय से जुड़ा हुआ है। वहीं बाजरा भी सेहत के लिए अहम है। दोनों अभियानों में जनता की भागीदारी के कारण बदलाव होगी।

ई-कचरे को मजबूत करना जरूरी

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि ई- कचरा को ठीक से व्यवस्थित नहीं किया गया, तो यह हमारे पर्यावरण के लिए नुकसानदायक हो सकता है। लेकिन अगर सावधानीपूर्वक इसे व्यवस्थित करते हैं तो काफी फायदा मिलेगा। इसे रिसाइकिल करने से अर्थव्यवस्था को मजबूती भी मिलेगी।

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Dr. Kirti Sisodhia

Content Writer

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