Highlights:
- पीएम मोदी ने पोस्ट बजट वेबिनार को संबोधित किया
- तीन चरणों में बताया सरकार का लक्ष्य
- हेल्थकेयर नेटवर्क को मजबूत बनाना सरकार का लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम बजट-2022 में हेल्थ के क्षेत्र के लिए उठाए गए कदमों पर आयोजित एक वेबिनार को संबोधित किया। इस दौरान PM मोदी ने भारत में स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रहे सुधारों और नवाचार पर बात की। उन्होंने कहा कि- डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए कोरोना टीकाकरण में को-विन जैसे डिजिटल तकनीक का लोहा पूरी दुनिया ने माना है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, उपभोक्ता और हेल्थकेयर प्रोवाइडर के बीच एक सरल इंटरफेस उपलब्ध कराता है। इससे देश में स्वास्थ्य सेवाएं बहुत आसान हो जाएंगे।
देशवासियों को वैक्सीनेशन मिशन के लिए बधाई
आयोजित वेबिनार में PM मोदी ने कहा कि- वे देशवासियों को बधाई देना चाहते हैं कि उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन मिशन को सफलतापूर्वक चलाया। इसके लिए 130 करोड़ देशवासी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छ भारत मिशन, फिट इंडिया मिशन, पोषण मिशन, मिशन इंद्रधनुष, आयुष्मान भारत और जल जीवन मिशन, जैसे सभी मिशन को हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना है।
PM मोदी ने कहा कि- आयुष की भूमिका को पूरी दुनिया मान रही है। भारत के लिए यह गर्व की बात है, कि WHO भारत में अपना विश्व का अकेला ग्लोबल सेंटर ऑफ ट्रेडिशनल मेडिसिन शुरू करने जा रहा है।
बढ़े हुए हेल्थ बजट से हेल्थ एजुकेशन और हेल्थकेयर को बढ़ावा मिलेगा
PM ने कहा कि जैसे-जैसे हेल्थ सर्विस की मांग बढ़ रही है, उसके अनुसार ही भारत स्किल्ड हेल्थ प्रोफेशनल्स तैयार करने की ओर बढ़ रहा है। इसीलिए बजट में हेल्थ एजुकेशन और हेल्थकेयर से जुड़े ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट के लिए पिछले साल की तुलना ज्यादा वृद्धि की गई है।
‘वन इंडिया, वन हेल्थ’ देश के हेल्थ सिस्टम को मजबूती देगी
PM मोदी ने आगे कहा कि- क्रिटिकल हेल्थकेयर सुविधाओं को ब्लॉक जिला और गांवों तक पहुंचाने का हमारा प्रयास है। इस इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देना और समय-समय पर अपग्रेड करना जरूरी है। इसके लिए प्राइवेट सेक्टर और दूसरे सेक्टर्स को भी ज्यादा ऊर्जा के साथ काम करना होगा। हम भारत में ऐसा हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना चाहते हैं, जो सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित होकर न रह जाए। ‘वन हेल्थ, वन अर्थ’ की स्प्रिरिट को हिंदुस्तान में भी ‘वन इंडिया, वन हेल्थ’ के तहत अपनाना होगा। जिससे दूर-दराज के क्षेत्र में भी समान स्वास्थ्य सेवाएं मिले।
पीएम मोदी ने बताए हेल्थ सेक्टर में तीन फैक्टर्स
- मॉर्डन मेडिकल साइंस से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर, ह्यूमन रिसोर्स का विस्तार।
- पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धति (आयुष) में रिसर्च को प्रोत्साहन और हेल्थकेयर सिस्टम में उसका एक्टिव इंगेजमेंट।
- मॉर्डन और फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी के जरिए देश के हर व्यक्ति, हर हिस्से को बेहतर और अफोर्डेबल हेल्थकेयर सुविधाएं देना।