

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रीन ग्रोथ पर पोस्ट बजट वेबिनार के पहले कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का बजट मौजूदा चुनौतियों का समाधान करते हुए नए युग के लिए सुधारों को आगे बढ़ा रहा है। पोस्ट बजट वेबिनार कार्यक्रम 23 फरवरी से शुरू हुआ और 11 मार्च तक चलेगा। इस दौरान 12 अलग-अलग क्षेत्रों पर चर्चा होगी और बजट घोषणाओं को बेहतर तरीके से लागू करने के लिए जनता से सुझाव लिए जाएंगे |
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 से भारत के सभी बजटों में एक पैटर्न रहा है, यानी हमारी सरकार का हर बजट वर्तमान चुनौतियों को संबोधित करते हुए नए युग के सुधारों को आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह बजट भारत को ग्लोबल ग्रीन एनर्जी मार्केट में लीड प्लेयर के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
भारत अपने लक्ष्यों को समय से पहले हासिल कर रहा
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपने लक्ष्यों को समय से पहले हासिल कर रहा है. उन्होंने कहा कि बिजली क्षमता के मामले में हमने 40 फीसदी नॉन फॉसिल फ्यूल में 9 साल आगे का लक्ष्य हासिल कर लिया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्रीन ग्रोथ और एनर्जी ट्रांजिशन के लिए भारत की रणनीति के तीन स्तंभ हैं-
1. रिन्यूएबल एनर्जी का प्रोडक्शन बढ़ाना।
2. अपनी अर्थव्यवस्था में फॉसिल फ्यूल का इस्तेमाल कम करना।
3. देश के अंदर गैस पर आधारित इकोनॉमी की तरह तेज गति से आगे बढ़ना।
क्या है ग्रीन ग्रेाथ?
केंद्रीय बजट 2023-24 के अनुसार ग्रीन ग्रेाथ देश में हरित औद्योगिक और आर्थिक परिवर्तन, पर्यावरण के अनुकूल कृषि तथा सतत ऊर्जा से जुड़ा है। कहा जा रहा है कि इससे बड़ी संख्या में हरित रोजगार के मौके मिलेंगे।
बजट में अलग-अलग क्षेत्रों और मंत्रालयों के लिए कई परियोजनाओं और पहलों की परिकल्पना की गई है। इनमें ग्रीन हाइड्रोजन मिशन, ऊर्जा परिवर्तन, ऊर्जा भंडारण परियोजनाएं, ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम, पीएम प्रणाम, गोबर्धन योजना, भारतीय प्राकृतिक खेती बायो-इनपुट संसाधन केन्द्र , मिष्टी और अमृत धरोहर शामिल हैं।