एन चंद्रशेखरन ने एक बार फिर संभाली टाटा संस की बागडोर, 5 साल के लिए फिर से हुई नियुक्ति!

Highlights:

  • एन चंद्रशेखरन अगले 5 साल के लिए दोबारा चुने गए टाटा संस के चेयरमैन
  • 2027 तक रहेगा अगला कार्यकाल

‘टाटा ग्रुप’ दिग्गज भारतीय कंपनी है जिसका मार्केट कैप 14 लाख करोड़ से ज्यादा है। दुनिया भर में यह भारतीय कंपनी अपना परचम लहरा रही है। नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक बनाने वाली इस कंपनी के कर्ताधर्ता रतन टाटा हैं। और उन्होंने 154 साल पुरानी इस कंपनी की बागडोर एक बार फिर एन चंद्रशेखरन के हाथों में सौंप दी है। 5 साल की इस नियुक्ति पर टाटा ट्रस्ट के बोर्ड और चेयरमैन रतन टाटा ने मुहर लगा दी है।

कौन हैं एन चंद्रशेखरन?

चंद्रा के नाम से पहचाने जाने वाले एन चंद्रशेखरन पहली बार 2017 में टाटा संस के चेयरमैन बने थे। 20 फरवरी को उनका इस पद पर आखिरी दिन था अब उनके कार्यकाल को 2027 तक बढ़ा दिया गया है। एन चंद्रशेखरन 2017 में तब चेयरमैन बने थे जब सायरस मिस्त्री टाटा संस से हटे थे। तब चंद्रा TCS का हिस्सा थे। 2017 के बाद चंद्रा की लीडरशिप में कंपनी का शानदार प्रदर्शन रहा। चंद्रा को इस ग्रुप में 34 सालों का लंबा अनुभव है। वे 1988 में IIM कोलकाता से MBA 
करने के बाद टाटा संस में जुड़े थे।

किसान परिवार से संबंध

एन चंद्रशेखरन का जन्म तमिलनाडू के मोहानूर गांव में एक किसान के घर हुआ था। अपने परिवार में वे छह भाई-बहनों में से एक थे। चंद्रशेखरन के पिता वकील थे, पर बाद में उन्होंने खेती को पेशे के तौर पर अपनाया। बचपन में चंद्रशेखरन और उनके भाई रोजाना तीन किलोमीटर पैदल चलकर अपने तमिल मीडियम के सरकारी स्कूल में पढ़ने जाते थे। 10वीं पास करने के बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई Trichy से की है। चंद्रशेखरन ने कोयम्बटूर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से 
अप्लायड साइंसेज में BSc की डिग्री हासिल की है।

उनकी पिछली उपलब्धियों और बेहतरीन लीडरशिप क्वालिटी की वजह से उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी एक बार फिर से दी गई है क्योंकि टाटा संस के चेयरमैन का पद काफी महत्वपूर्ण है और वह टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों का भी प्रमुख पद होता है।

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Dr. Kirti Sisodhia

Content Writer

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