HIGHLIGHTS
- कानपुर में शुरू हुई मेट्रो रेल सुविधा
- पीएम मोदी ने किया शुभारंभ
- पीएम मोदी ने की यूपी के सीएम योगी के साथ मेट्रो में यात्रा
अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस कानपुर रेल मैट्रो की शुरूआत उत्तर प्रदेश में हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के प्रथम सेक्शन का उद्घाटन किया। इस परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में 9 स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके साथ ही अब कानपुर भारत की अन्य मेट्रो सिटीज़ में शामिल हो गया है।
समय में काम पूरा करना रही बड़ी चुनौती
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) ने 15 नवंबर, 2019 को कॉरिडोर का काम शुरू किया था। UPMRC इसे दो साल से भी कम समय में पूरा करने में सफल हुआ है। UPMRC के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने अपने बयान में बताया कि, किस तरह महामारी के दौरान उन्हें इसे पूरा करने में समस्याओं का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा-” परियोजना को निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा करना वास्तव में एक चुनौती रही है, खासकर जब कोरोना के कारण हमने चार महीने गंवाए। इस दौरान लगभग कोई काम पूरा नहीं हुआ। इस दौरान व्यावहारिक रूप से कोई काम नहीं किया गया था। लेकिन एक बार जब सरकार ने प्रतिबंधों में ढील दी, तो हमने कोरोना के सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए तुरंत काम शुरू कर दिया और समय पर काम पूरा किया। ‘
सबसे अधिक शहरों में मेट्रो रेल संचालित करने वाला देश का पहला राज्य
कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण के पूरा होने के बाद उत्तर प्रदेश सबसे अधिक शहरों में मेट्रो रेल संचालित करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। मेट्रो रेल सेवा नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ और कानपुर में उपलब्ध है। आगरा के मेट्रो प्रोजेक्ट पर अभी काम चल रहा है। साथ ही गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज और मेरठ मेट्रो परियोजनाओं के लिए DPR का काम प्रगति पर है।
प्राथमिकता वाले जगहों से की शुरूआत
परियोजना को पूरी तरह पूरा होने में कुछ समय और लगेगा, इसीलिए सरकार ने प्राथमिकता वाले हिस्से से शुरूआत करने का फैसला किया। जहां यातायात की भीड़ से शहर को राहत देने के लिए मेट्रो परियोजना की सबसे ज्यादा जरूरत है, उन सभी जगहों को प्राथमिकता दी गयी है। इस प्रायोरिटी कॉरिडोर में 9 मेट्रो स्टेशन शामिल होंगे।
पहले चरण में प्रायोरिटी कॉरिडोर के 9 किमी के हिस्से पर 6 मेट्रो ट्रेनें चलाने की योजना है। कुछ समय में 6 और ट्रेन इससे जुड़ जाएंगे। दूसरे चरण में कानपुर मेट्रो लाइन अंडर ग्राउंड स्टेशनों के साथ मोतीझील से ट्रांसपोर्ट नगर तक चलेगी।
आधुनिक तकनीकों से लैस
इस परियोजना में कई आधुनिक तकनिकों का इसतेमाल किया गया है। उन्हीं में से एक है ‘रीजेनरेटिव ब्रेकिंग’ तकनीक। इस तकनीक की मदद से ऊर्जा की बचत भी की जा सकेगी। यह सुनिश्चित करेगा कि उपयोग की जाने वाली प्रत्येक 1000 यूनिट के लिए, लगभग 35 से 45% यूनिट रिजनरेट किया जा सके।