
Highlight:
• सुगंधित पौधों की खेती करेंगे घाटी के युवा।
• IIIM ने शरू किया है अभियान।
• युवाओं को खेती के लिए जागरूक करना अभियान का उद्देश्य।
जम्मू-कश्मीर के युवाओं को जागरूक करने और रोजगार के अवसर देने के लिए एकीकृत चिकित्सा संस्थान (Indian Institute of Integrative Medicine – IIIM) के विभाग ने एक अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत कश्मीर के युवाओं को सुगंधित पौधों की खेती और प्रसंस्करण के लिए जागरूक किया जाएगा। इससे घाटी के युवा उपलब्ध संसाधनों के बीच बेहतर भविष्य का निर्माण करेंगे।
सुगंधित पौधों की खेती करेंगे युवा
इस अभियान का उद्देश्य युवाओं में सुगंधित पौधों की खेती को बढ़ावा देना है। दरअसल जलवायु की दृष्टि से कश्मीर घाटी कई प्रकार की सब्जियों, फलों और अच्छी मात्रा में पौधों के उत्पादन के लिए उपयुक्त है जिसका उपयोग औषधीय और सुगंधित प्रोडक्ट्स में किया जा सकता है। इस जागरूरता अभियान की मदद से घाटी के युवा खुद के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को भी रोजगार उपलब्ध करा पाएंगे।
अभियान का महत्व
• सुगंधित पौधों की खेती में मदद मिलेगी
• उत्पादक और युवा उद्यमी अपनी इकाइयां स्थापित कर सकेंगे।
• खेती के जरिए रोजगार पैदा होंगे और स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
• सुगंधित उत्पादों के खेती और प्रसंस्करण की जानकारी मिलेगी।
क्या हैं सुगंधित पौधे?
सुगंधित पौधे उन पौधों को कहा जाता जिनमें सुगंधित यौगिक होते हैं, इन्हें फूल, बीज, कलियों, पत्तियों, छाल, टहनियों, फलों, लकड़ी और जड़ों से प्राप्त किया जाता है।