दिल्ली के दो सगे भाई, विहान और नव अग्रवाल पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं। विहान और नव अग्रवाल वेस्ट मैनेजमेंट के लिए काम कर रहे हैं ताकि पर्यावरण प्रदूषण कम हो और अपशिष्ट का निपटारा ठीक ढंग से हो सके। और इस काम के लिए विहान (17) और नव (14) को बच्चों के प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘अंतरर्राष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है।
‘शून्य अपशिष्ट भारत’ का लक्ष्य
वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट के लिए काम कर रहे विहान और नव को यह पुरस्कार अपने घर में कूड़ा कम करने, प्रदूषण घटाने और पेड़ लगाने संबंधित परियोजना को शुरू करने के लिए दिया गया है। विहान और नव दिल्ली के रहने वाले हैं उन्होंने एक लैंडफिल के ढहने के बाद शहर में बढ़े प्रदूषण को देखा और इस क्षेत्र में काम करने के लिए प्रोत्साहित हुए। दोनों भाइयों ने मिलकर ‘one step greener’ प्रोजेक्ट की शुरूआत की। उनका यह संगठन ‘शून्य अपशिष्ट भारत’ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम कर रहा है। विहान और नव अपने इस काम को नेटवर्क के जरिए देशभर और दूसरे देशों तक पहुंचाने के की योजना बना रहे हैं। ताकि पर्यावरण प्रदूषण से निपटने में पूरी दुनिया की हिस्सेदारी हो और इस प्रोजेक्ट को बड़े स्तर पर सहायता मिले।
इस पुरस्कार के तहत दोनों भाईयों को पढ़ाई और देखभाल के लिए एक लाख यूरो यानी की करीब 85 लाख रूपए का सम्मान मिलेगा। जिसका आधा हिस्सा उनके प्रोजेक्ट के लिए खर्च होगा। विहान और नव को यह सम्मान हेग के एक समारोह में दिया गया। उन्हें यह सम्मन नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित भारत के कैलाश सत्यार्थी से मिला। विहान और नव इस सम्मान से काफी उत्साहित हैं। वर्तमान में उनका वन स्टेप ग्रीनर प्रोजेक्ट 15 सौ के करीब घरो, offices और स्कूल तक पहुंच चुका है।