E-Passport: भारत सरकार ने अब पासपोर्ट बनवाने के नियमों को सरल कर दिया है। नए नियमों के तहत अब पासपोर्ट बनवाना आसान हो जाएगा। नए नियमों में अब घर बैठे-बैठे पासवोर्ट के लिए आवेदन किया जा सकेगा। आप घर से ही पासपोर्ट ऑफिस में जाने का समय निर्धारित कर सकते हैं। नई सुविधा के तहत अब पासपोर्ट को अपने साथ लेकर चलने की भी जरूरत नहीं रहेगी। यानी कि भारत सरकार जल्दी ही ई-पासपोर्ट सर्विस शुरू करने जा रही है।
कैसा होगा E-Passport?
फिलहाल भारतीय विदेश मंत्रालय ने ट्रायल के आधार पर लगभग 20 हजार आधिकारियों और राजनयिकों के लिए ई-पासपोर्ट जारी किए हैं। ई-पासपोर्ट में Electronic Microprocessor chip लगा होगा। जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त लोगो लगा होगा। यह लोगो पासपोर्ट के आगे चिप के रूप में होगा ई-पासपोर्ट जारी करने के लिए के लिए विदेश मंत्रालय ने Tata Consultancy Services-TCS के साथ एक समझौता किया है।
ई-पासपोर्ट के फायदे
- पासपोर्ट की जालसाजी नहीं होगी।
- यात्रियों के लिए immigration counters पर तेजी से प्रोसेसिंग में मदद होगी।
- ई-पासपोर्ट ICAO मानकों पर आधारित होंगे।
- उन देशों में पासपोर्ट को अधिक स्वीकार्य बना देंगी जहां पहले से ही ई-पासपोर्ट की सुविधा है।
ई-पासपोर्ट जारी करने का भारत का यह कदम सरकारी सेवाओं को डिजिटल बनाने का एक प्रयास है। विदेश मंत्रालय के उपलब्ध आंकड़ों की मानें तो फिलहाल देश में कार्यरत पासपोर्ट केंद्रों की संख्या 517 है, जिसमें 6 रिजनल पासपोर्ट कार्यालय, 93 पासपोर्ट सेवा केंद्र और 424 डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र हैं। इसके बावजूद, भारत में एक बड़े हिस्से में लोगों की पहुंच से बाहर होने के कारण पासपोर्ट के मामले एक बड़ा अंतर मौजूद है। पासपोर्ट बनवाने के लिए लोगों को पासपोर्ट केंद्र तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है। ऐसे में भारत सरकार की यह पहल काफी काम की है।