

इंटरनेट की सुविधा आज भारत के कोने-कोने तक पहुंच चुकी है। और इसी सुविधा को एडवांस बनाने के लिए भारत सरकार तेजी से काम कर रही है। हाल ही में भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में यह बताया था कि इसी साल 5जी स्पेक्ट्रम निलामी को पूरी कर ली जाएगी। वहीं दूरसंचार मंत्री अश्विन वैष्णव ने यह जानकारी दी थी कि टेलीकॉम रेगुलेटरी (TRAI) के अनुसार मार्च तक स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए प्रोसेस शुरू हो जाएगी। ऐसे में अगर सभी प्रोसेस समय से पूरे हो जाते हैं तो भारत में जल्द ही 5जी इंटरनेट की सुविधा मिलने लगेगी। यानी कि आप वर्तमान इंटरनेट की स्पीड से 10 गुना ज्यादा स्पीड वाली इंटरनेट सुविधा का लाभ ले पाएंगे।
कब तक मिलेगी 5G सर्विस ?
सरकार ने जो समय सीमा तय की है उसके हिसाब से जो भी कंपनी स्पेक्ट्रम खरीदती है उसे 6 महीने से 1 साल के अंदर सर्विस शुरू कर देनी होगी। स्पेक्ट्रम खरीदी के लिए कई टेलीकॉम ऑपरेटर अपनी तैयारी पूरी कर चुके हैं, ऐसे में वह स्पेक्ट्रम खरीदने के 3 से 6 महीने के अंदर सर्विस शुरू कर पाएंगे।
5जी सुविधा से क्या बदलाव होंगे?
- 5G की इंटरनेट स्पीड 4G से 10 गुना तेज होगी।
- अपलोडिंग और डाउनलोड तेज स्पीड के साथ होगी।
- विडियो कॉलिंग में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
- स्मार्ट कनेक्टिविटी वाले डिवाइस के उपयोग बढ़ेंगे।
- ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग हाई वीडियो क्वालिटी पर बिना परेशानी के हो पाएगी।
- फास्ट वायरलेस इंटरनेट सभी जगहों पर पहुंचेगी जिससे इंटरनेट कनेक्टिविटी अच्छी होगी।
- वर्क फ्रॉम होम काम करने वालों को नेटवर्क से संबंधित कोई परेशानी नहीं होगी।
- ऑनलाइन गेमिंग खेलना आसान होगा।
- वर्चुअल रियलिटी और फैक्ट्री में रोबोट को उपयोग करना ज्यादा आसान होगा।
5G सर्विस के लिए कितना खर्च करना होगा?
5G नेटवर्क के यूजर्स के पास 5जी सपोर्ट वाला फोन होना जरूरी है। वहीं 5जी वाले टैरिफ का भी चार्ज 4जी से थोड़ा ज्यादा होगा।
फिलहाल दुनिया भर के 1,336 देश 5G नेटवर्क का उपयोग कर रहे हैं। स्पीडटेस्ट इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 की तिमाही में साउथ कोरिया दुनिया में सबसे तेज 5G सर्विस यूजर है। दुनिया के तमाम देश की सूची में अब भारत भी शामिल होगा।