Agni- Missile: भारत ने अपनी आर्म्ड फोर्स की ताकत का एक बार फिर प्रदर्शन किया। ओडिशा के चांदीपुर में बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-4 (agni 4 ballistic missile) का फिर से सफल परीक्षण किया गया। भारत-चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद और पाकिस्तान के साथ तनाव को देखते हुए। अग्नि-4 का यह सफल परीक्षण काफी अहमियत रखता है। आइए जानते हैं अग्नि-4 मिसाइल की क्या-क्या खासियत है।
अग्नि-4 मिसाइल की खासियत
अग्नि-4 मिसाइल भारत के स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड के तहत अग्नि मिसाइलों की चौथी बैलिस्टिक मिसाइल है । इसका वजन इसकी खासियत है। यह अपने रेंज में दूसरी मिसाइलो से भार में कम है। इसे बनाने के लिए DRDO और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड(bharat dynamics limited) ने मिलकर काम किया है। 66 फीट लंबे मिसाइल का वजन 17 हजार किलो है। इसमें ट्रैडिशनल वेपन, थर्मोबेरिक वेपन और स्ट्रैटेजिक न्यूक्लियर वेपन एक साथ ले जाए जा सकते हैं।
अग्नि- 4 बैलिस्टिक मिसाइल की ताकत
अग्नि-4 मिसाइल की रेंज 3500 किलोमीटर से 4000 किलोमीटर है। यह 900 किलोमीटर की ऊंचाई तक सीधी ऊड़ान भरने की क्षमता रखता है। अग्नि-4 अपने हमले में 100 मीटर के रेंज में आने वाली सभी चीजों को ध्वस्त कर देती है। इसका एवियोनिक्स सिस्टम सटीकता से दुश्मन को निशाना बना सकता है। अग्नि-4 का नेविगेशन डिजिटली कंट्रोल किया जा सकता है।(capability of agni-4)
8 बार हो चुका है परीक्षण
अग्नि-4 मिसाइल(agni 4 ballistic missile,) का कुल 8 बार परीक्षण किया जा चुका है। सबसे पहला परीक्षण 2011 में किया गया था। स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड, मिसाइल की रुटीन ट्रेनिंग लॉन्च करता है। इस तरह से मिसाइल की सभी ऑपरेशनल पैरामीटर्स की जांच की जाती है। परीक्षण में अग्नि-4 मिसाइल सभी ऑपरेशनल और टेक्निकल स्टैंडर्स में सफल हुआ।