CRPF Operation Chhattisgarh: बीजापुर के घने जंगलों में स्थित गलगम गांव मंगलवार को एक नई उम्मीद का प्रतीक बन गया, जब मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अचानक वहां पहुंचे। उनका ये दौरा सिर्फ एक औपचारिक यात्रा नहीं थी, बल्कि जवानों और ग्रामीणों के मन में आत्मविश्वास और सुरक्षा का भाव भरने की एक मिसाल थी। मुख्यमंत्री ने सीआरपीएफ के जवानों से मुलाकात कर करेगुट्टा पहाड़ी पर हाल ही में हुए 21 दिन के ऑपरेशन की सराहना की, जिसमें 31 खूंखार नक्सली मारे गए।
सुरक्षा बलों की बड़ी जीत
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि करेगुट्टा और गलगम लंबे समय से नक्सल प्रभावित क्षेत्र रहे हैं, लेकिन इस सफल ऑपरेशन ने न सिर्फ इलाके को सुरक्षित किया, बल्कि यह एक बड़ा मैसेज है कि छत्तीसगढ़ अब नक्सलवाद से मुक्त होने की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
उन्होंने जवानों को सलाम करते हुए कहा कि इतनी गर्मी में भी आप मोर्चे पर डटे हुए हैं और ये साहस काबिल-ए-तारीफ है।
“सुरक्षा कैम्प-सुविधा कैम्प” का नया विज़न
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार सुरक्षा कैम्प को केवल सुरक्षा का केंद्र नहीं बल्कि “सुविधा केंद्र” मानती है। मूलेर कैम्प इसका बेहतरीन उदाहरण है, जहां से आसपास के गांवों तक बिजली, राशन, स्कूल, स्वास्थ्य सेवाएं और मोबाइल नेटवर्क जैसी सुविधाएं पहुंची हैं। इससे ग्रामीणों को अब सरकार और प्रशासन से सीधे जुड़ने का अवसर मिल रहा है।
केंद्र और राज्य की साझा रणनीति
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में चल रही नक्सल विरोधी रणनीति की सराहना की। उन्होंने भरोसा जताया कि 2026 तक छत्तीसगढ़ को पूरी तरह नक्सल मुक्त बनाने का जो संकल्प लिया गया है, वो जरूर पूरा होगा। इसमें जवानों की बहादुरी और स्थानीय लोगों का सहयोग सबसे बड़ा आधार है।
विश्वास का नया सेतु
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में शुरू की गई ‘नियद नेल्ला नार योजना’ ने प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच एक मजबूत पुल का काम किया है। इससे लोगों का विश्वास सरकार में बढ़ा है और अब वे खुलकर नक्सलियों का विरोध कर रहे हैं।
ग्रामीणों से सीधा संवाद
मुख्यमंत्री ने न सिर्फ जवानों से बातचीत की, बल्कि स्थानीय ग्रामीणों से भी मुलाकात कर उनकी परेशानियां सुनीं। इस दौरान उन्होंने राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, पीएम आवास योजनांतर्गत स्वीकृति पत्र और अन्य योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को दिया।
उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि अब क्षेत्र में विकास कार्य और तेजी से होंगे और रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं को प्राथमिकता मिलेगी।
सुशासन तिहार
इस मौके पर कलेक्टर बीजापुर संबित मिश्रा ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत गलगम में समाधान शिविर आयोजित किया गया था। वहां कुल 1590 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें अधिकतर वन अधिकार पत्रों से जुड़े थे। प्रशासन अब इन पर गंभीरता से कार्रवाई कर रहा है।
देशभक्ति के जयकारे
मुख्यमंत्री ने गलगम कैम्प में जवानों के साथ बैठकर भोजन किया और भारत माता के जयकारों से उनका उत्साह बढ़ाया। जवानों ने भी जोरदार नारों के साथ देशभक्ति का जज़्बा दिखाया। पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम और बस्तर रेंज के IG सुंदरराज पी. सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद थे।
एक नई सुबह की शुरुआत
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का यह दौरा सिर्फ एक राजनीतिक दौरा नहीं था, बल्कि यह बस्तर के उन इलाकों में उम्मीद की किरण बनकर सामने आया है, जहां लोग दशकों से डर और खामोशी में जी रहे थे। अब वहां बदलाव की बयार है, विकास, सुरक्षा और विश्वास की।