आधुनिक समाज में समय के साथ चलना बेहद मुश्किल काम लगता है। कई बार बिजी लाइफस्टाइल हमारे काम को भी प्रभावित करते हैं। इसका यह भी परिणाम होता है कि चाहे आप भले ही कितने एफिशिएंट क्यों न हों आप बेहतर रिजल्ट नहीं दे पाते हैं। ऐसे में आपको खुद पर काम करने की जरूरत होती है। आप सफलता की अपनी ही एक व्यक्तिगत परिभाषा तैयार कर सकते हैं और उसके अनुसार ही अपने समय का बेहतर उपयोग भी कर सकते हैं। लक्ष्य को पाने के लिए ये उपाय आपके काम आ सकते हैं।
Time को Invest कीजिए Waste नहीं
अगर आप ये मान लेते हैं कि आपको अच्छे लगने वाले काम को आप नहीं कर सकते हैं तो आप तुरंत ही अपना तनाव घटा लेते हैं। प्रोफेशनल होने का यह मतलब नहीं है कि आप बिना मतलब के कामों में अपनी भागीदारी कम कर सकते हैं। कई बार लगता है कि हम जो कर रहे हैं रोजाना की दिनचर्या में वे सब जरूरी काम है पर थोड़ा रूककर सोचें कि उस काम की उपयोगिता क्या है। ऐसे कामों की लिस्ट बनाइए जो आपको अच्छा महसूस करवाने के साथ ही आपके लिए उपयोगी भी हो।
रणनीति के साथ करें समय का इस्तेमाल
अपने व्यक्तिगत और प्रोफेशनल लाइफ में सीमाएं निर्धारित करके भी यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि समय का सही निवेश हो रहा है या नहीं। बेहद लंबे समय तक लगातार काम करने से आपको दूसरे जरूरी काम जैसे व्यायाम, नींद और रिश्तों के लिए समय नहीं मिल पाता है। इसलिए रणनीति के साथ समय का निवेश करना जरूरी होता है।
ऑटोमेटिक टाइम इन्वेस्टमेंट को समझें
रोज के और हफ्ते के रूटीन में खास गतिविधियों के लिए ऑटोमेटिक टाइम इन्वेस्टमेंट सीखना फायदेमंद हो सकता है। ऑफिस में मुख्य प्रोजेक्ट्स पर आगे बढ़ने के लिए खुद के साथ हफ्ते में कम से कम दो अपॉइंटमेंट्स रख सकते हैं। ऑफिस के बाहर आप हफ्ते में कम से कम तीन बार वर्कआउट के लिए फिटनेस बूट कैंफ भी जा सकते हैं।
संतुलित टाइम बजट हो सकता है मददगार
ऐसे कामों के बारे में सोचें जो खास वैल्यु वाले हैं या नहीं यानी कि उन कामों को ज्यादा समय न दें जहां आपको कोई खास वैल्यू नहीं मिलेगी। जैसे ऑफिस का पेपर वर्क या घर के अनेक छोटे-छोटे गैरजरूरी काम। ऐसा करने से आपको उन कामों के लिए समय नहीं मिलेगा जो आपके लिए कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। जैसे कि स्ट्रैटेजिक प्लानिंग और अपनों के टाइम बिताना।