UNWTO यानी कि यूनाइटेड नेशन्स वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन अवार्ड के लिए बेस्ट टूरिज्म विलेज की कैटेगरी में भारत के तीन गांव को Nominate किया गया है। इसमें मेघालय का कोंगथोंग, मध्यप्रदेश का लाधपुर खास और तेलंगाना का पोचमपल्ली गांव शामिल है। Tourism Destination के लिहाज से भारत के यह गांव पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में शामिल हैं।
कोंगथोंग गांव
शिलॉग से करीब 60 किमी की दूरी पर स्थित कोंगथोंग गांव प्राकृतिक सुंदरता और विशिष्ट संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। इस गांव को ‘whistling village’ के नाम से भी जाना जाता है। इस गांव की एक परंपरा के अनुसार जब गांव में बच्चा जन्म लेता है तो जन्म के बाद उसके साथा एक विशेष प्रकार की ध्वनि जोड़ दी जाती है। यह ध्वनि पूरे जीवन उस बच्चे के साथ होती है।
लाधपुर खास गांव
मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले की ओरछा तहसील के अंतर्गत आने वाले इस गांव लोग काफी खुश हैं। मध्यप्रदेश सरकार का कहना है कि, राज्य की ग्रामीण पर्यटन परियोजना के तहत ऐसे और भी गांवों को अगले 5 सालों में तैयार किया जाएगा।
पोचमपल्ली गांव
तेलंगाना का यह गांव सूती और रेशम के प्रसिद्ध पोचमपल्ली फैब्रिक के लिए प्रसिद्ध है। यह एक ऐसी पारंपरिक बुनाई करने की तकनीक हैं, जिसमें रंगे धागों को बुनकर पहाड़ की तरह आकृतियां बनाई जाती है। इसे ‘पोचमपब्ल्ली इकत’ भी कहा जाता है। इस तरह की बुनाई सूती और रेशम दोनों में उपलब्ध है। पहले एकल इकत होता है जिसमें ताना बांधा और रंगा जाता है और फिर इसे बाने के साथ बुनकर तैयार किया जाता है।