एजुकेशन सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने नई शिक्षा नीति 2020 लागू की थी । जिसके तहत तरह-तरह के बदलाव और नए-नए कार्य किए जा रहे हैं । इसी कड़ी में बच्चों के लिए एक नया स्टडी मटेरियल जारी किया गया है, जिसे ‘जादुई पिटारा’ नाम दिया गया है। इस ‘जादुई पिटारा’ को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लॉन्च किया। छोटे बच्चे इस बॉक्स की मदद से बहुत कुछ सीखेंगे। ‘जदुई पिटारा’ वर्तमान में केवल फाउंडेशन लेवल के बच्चों के लिए उपलब्ध है।
नई शिक्षा नीति के तहत 3 से 8 साल तक के बच्चों को पारंपरिक शिक्षा के साथ नई चीजें भी सिखाई जाएंगी। जादुई बक्सा बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि और झुकाव बढ़ाने में मददगार साबित होगा। इस बॉक्स में बच्चों के लिए खिलौने, कठपुतली, मातृभाषा में रोचक कहानियां उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा खेल, चित्रकला, नृत्य और संगीत पर आधारित शिक्षा भी शामिल होगी।
नई शिक्षा नीति के तहत लाए गए इस बॉक्स का मकसद बच्चों का सर्वांगीण विकास है। इसके अलावा ये बताना है की शिक्षा का मतलब सिर्फ किताब नहीं है। इसलिए इसमें और भी कई चीजों को शामिल किया गया है जिनकी मदद से पढ़ाई कराई जाएगी ।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर कहा है कि नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क के तहत विकसित जादुई पिटारा 13 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा के अनुरूप, खेल-खिलौनों, कहानियों-पहेलियों, संगीत, नृत्य, चित्रकला और जीवंतता से भरपूर वातावरण से अब नौनिहालों के भविष्य की तैयारी होगी ।