Marcos Commando: भारत दुनिया का एक ऐसा देश है जिसके पास बड़ा Marcos Commando है। ये दुनिया का चौथा बड़ा Defense Budget रखता है। इस बात का जिक्र स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट में हुआ है। (Defense Budget) इसकी वजह है कि भारत अपनी सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है। ऐसा देखा गया है कि भारत ने पिछले कुछ साल में अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाया है (Defense Budget) आज भारत के पास एक ऐसा कमांडो फोर्स मौजूद है जो बड़े से बड़े दुश्मन को मिनटों में हरा सकता है। भारत के इस फोर्स की गिनती दुनिया के ट्रेंड और मार्डन कमांडो फोर्स में होती है। भारत के मार्कोस कमांडो (Marcos Commando) टॉप पर के माने जाते हैं। जानते हैं ये क्यों इतने खास हैं और इनकी पहचान इतनी खास क्यों है…
MARCOS Commando के बारे में
Marcos को मरीन कमांडो भी कहते हैं। इनकी गिनती दुनिया के सबसे खतरनाक स्पेशल फोर्सेज में की जाती है। मार्कोस कमांडो इंडियन नेवी के ही पार्ट होते हैं। ये पानी, आसमान और जमीन सभी जगह पर अपने ऑपरेशन को बखूबी (Marcos Commando) अंजाम देते हैं। इन्हें दुनिया के लगभग सभी आधुनिक हथियारों की ट्रेनिंग मिलती है। (Marcos Commando) खतरे वाली कंडीशन को संभालने में ये पूरी तरह से सक्षम होते हैं। (Marcos Commando) खास बात ये है कि कारगिल की लड़ाई में भी इन्होंने खास भूमिका निभाई थी। (Marcos Commando) ये निश्चित समय के अंदर अपने ऑपरशन को पूरा करने के लिए पहचाने जाते हैं। (Defense Budget) ये समुद्र सतह से 55 मीटर नीचे कई मिनट तक बिना ऑक्सीजन के भी लड़ाई को अंजाम देने का हुनर रखते हैं।
भारतीय समुद्री विशेष
मार्कोस कमांडो की स्थापना साल 1987 में किया गया था। शुरुआत में इनको भारतीय समुद्री विशेष बल के नाम से जानते थे। फिर इन्हे समुद्री कमांडो बल के नाम दिया गया। (Marcos Commando) इन्हे नेवी ऑपरेशन और एंटी पायरेसी ऑपरेशन में इस्तेमाल करने के लिए तैयार किया गया था। (Marcos Commando)
मार्कोस का मोटो The Few The Fearless रखा गया है। मार्कोस कमांडो में सिलेक्शन के लिए कई मुश्किल परीक्षा से गुजरना होता है।
MARCOS Commandos का Exam और Selection
मार्कोस कमांडो का हिस्सा होना काफी कठिन होता है। 1000 सेना के जवानो में कोई 1 ही मार्कोस का हिस्सा बनता है। कोई भी Indian Navy का जवान मार्कोस कमांडो बनने के लिए आवेदन देता है। आवेदन करने वाले की आयु 20 साल से ज्यादा नहीं हो। आवेदक का पहले तीन दिन शारीरिक फिटनेस टेस्ट और Qualifying Examination किया जाता है। मार्कोस कमांडो की सैलरी उनकी तैनाती पर निर्भर होता है। 7वें वेतन आयोग के अनुसार उनका मूल वेतन 25,000/- रुपए होता है। इसके अलावा उन्हें कई तरह के भत्ते भी दिए जाते हैं।