छत्तीसगढ़ की अनोखी आदिवासी संस्कृति को बड़े मंच पर पहचान मिल रही है। इस साल आदिवासी दिवस के मौके पर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर मे किया जा रहा है। तीन दिवसीय इस आयोजन मे देश-विदेश के कई कलाकार शामिल होंगे। 3 दिन तक चलने वाले इस आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह देश के लोगों के बीच समृद्ध, जीवंत और राज्य की अनूठी आदिवासी संस्कृति को दर्शाएगा। यह महोत्सव छत्तीसगढ़ राज्य को एक नई पहचान दिलाएगा।
Exhibition और Seminar में आदिवासी संस्कृति की झलक
हर दिन 20-20 आदिवासी नर्तक दल महोत्सव मे अपनी प्रस्तुती देंगे। महोत्सव के दौरान आदिवासियों की जीवन शैली, आदिवासी संस्कृति पर exhibition लगाई जाएगी। इसके साथ ही seminar का आयोजन भी किया जाएगा। प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों के स्टॉल भी होंगे। आयोजन स्थल पर ट्राइबल डांस एरिया और स्पीकर लाउंज के साथ-साथ लाइव शोकेस एरिया, ट्राइबल इंस्पायर्ड एग्जीबिट, शिल्प-ग्राम और फूड-एरिया भी होगा.
देश-विदेशों के कलाकार रहेंगे शामिल
देशभर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से ट्राइबल इस महोत्सव में शामिल होंगे। देशों के 59 आदिवासी नर्तक महोत्सव में अपने अनूठे नृत्य रूपों और विविध आदिवासी संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे। इन नृत्य मंडलियों में लगभग 1,000 कलाकार शामिल होंगे। जिनमें से 63 कलाकार श्रीलंका, उज्बेकिस्तान, स्वाज़ीलैंड, नाइजीरिया, फिलीस्तीन, माले और युगांडा के विदेशी कलाकार होंगे। वहीं, छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचल बस्तर, दंतेवाड़ा, कोरिया, कोरबा, बिलासपुर, गरियाबंद, मैनपुर, धुरा, धमतरी, सरगुजा और जशपुर के कलाकार भी इस कार्यक्रम में अपना विशिष्ट इतिहास, संस्कृति और परंपराएं पेश करेंगे।