HIGHLIGHTS:
- भारत सरकार की बड़ी ट्रेड डील
- 5 सालों में बढ़ेंगे द्विपक्षीय व्यापार
- भारत और यूएई ने कॉम्प्रेहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (CEPA) पर साइन किया
भारत और यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) के बीच आने वाले 5 वर्षों में 100 अरब डॉलर का व्यापार होगा। इसके लिए भारत और यूएई के बीच एक ट्रेड पैक्ट पर साइन किया है। इस पैक्ट से द्विपक्षीय व्यापार में दोनों देशों को फायदा पहुंचेगा। इसके साथ ही अब UAE में ज्यादातर भारतीय एक्सपोर्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी कम हो जाएगी।
रिकॉर्ड टाइम में पूरा हुआ है (CEPA) 2014
कॉम्प्रेहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (CEPA) 2014 पहली बड़ी डील है जो कि रिकॉर्ड टाइम में पूरा हुआ है। इस डील पर राजधानी नई दिल्ली में कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल और UAE के मिनिस्टर ऑफ इकोनॉमी अब्दुल्ला बिन तौक अल मर्री ने हस्ताक्षर किए है।
5 सालों में 100 अरब डॉलर होगा द्विपक्षीय व्यापार
CEPA डील से आने वाले 5 सालों में संयुक्त अरब अमीरात का साथ द्वपक्षीय व्यापार 60 अरब डॉलर से बढ़कर 100 अरब डॉलर हो जाएगा। इस डील से प्रोडक्ट की एक बड़ी रेंज पर इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती होगी। सरकार को यह उम्मीद है कि इससे जेम्स-ज्वैलरी और कपड़ों का एक्सपोर्ट बढ़ेगा। अमेरिका और चीन के बाद वैश्वक स्तर पर भारत UAE का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है।
पीएम मोदी ने भारत और यूएई के वर्चुअल समिट में यह कहा कि- ‘मुझे खुशी है कि भारत और यूएई ने कॉम्प्रेहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट पर साइन किया है।‘ वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी कहा कि- ‘डील हो गई। UAE के मंत्री एच.ई अब्दुल्ला बिन तौक अल मर्री के साथ पाथब्रेकिंग डील पर हस्ताक्षर किए। आकाश हमारे व्यापार और आर्थिक संबंधों की लिमिट है।’
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