वीवो इंडिया 7,500 करोड़ रुपए के निवेश से भारत में हर साल 6 करोड़ स्मार्टफोन तैयार करेगी। इसके तहत वीवो इंडिया इस साल से ‘मेक इन इंडिया’ स्मार्टफोन का एक्सपोर्ट शुरू करेगी। ये प्रपोज्ड मैन्युफैक्चरिंग इनवेस्टिंग स्कीम के अंतर्गत किया जाएगा। कंपनी अपने मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने के लिए 2023 तक 3,500 करोड़ रुपए का निवेश करने का प्लान कर रही है। वीवो का लक्ष्य स्मार्टफोन यूनिट के वर्तमान ईयरली प्रोडक्शन को 5 करोड़ से बढ़ाकर 6 करोड़ तक करना है। कंपनी चार्जर और डिस्प्ले जैसे कंपोनेंट्स की लोकल सोर्सिग को भी बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है।
भारत में सफल रहा वीवो
वीवो ने भारत में तेजी से ग्रो किया है। भारत के बिजनेस स्ट्रेटेजी के डायरेक्टर ने वीवो इंडिया इम्पैक्ट रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि कंज्यूमर वीवो के सेंटर पॉइंट हैं। उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रीमियम एक्सपीरियंस देना पहली प्राथमिकता है। भारत में वीवो ने 7 साल का सफर तय किया है।
1.4 लाख लोगों को मिल रहा है रोजगार
रिपोर्ट में कहा गया है कि वीवो लगभग 1.4 लाख भारतीयों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान कर रहा है। वीवो ने 1.6 मिलियन भारतीयों के जीवन पर सामाजिक और आर्थिक प्रभाव डाला। इसके अलावा, कंपनी ने औसत बिक्री मूल्य (ASP) में 20% की वृद्धि देकर अपने खुदरा भागीदारों पर एक निश्चित प्रभाव डाला है। जिसके परिणाम के रुप में स्वरूप प्रति माह खुदरा विक्रेता के औसत बिक्री मूल्य में 2.5 गुना वृद्धि हुई। रिपोर्ट में यह कहा गया कि कैसे कंपनी ने 1000 से अधिक वितरकों को जोड़ कर वितरण को मजबूत बनाया है, जिनमें से 98% भारतीय हैं। वीवो अपने वितरकों के माध्यम 6,000+ नौकरी के अवसर भी पैदा कर रहा है।