Property registration rules: रजिस्ट्री में कौन बन सकता गवाह और कौन नहीं?

Property registration rules: भारत में प्रॉपर्टी खरीदना और बेचना एक बड़ा फैसला होता है, और इसे पूरी तरह कानूनी रूप से वैध बनाने के लिए प्रॉपर्टी रजिस्ट्री जरूरी होती है। रजिस्ट्री के दौरान कुछ नियमों का पालन करना अनिवार्य है, जिनमें से एक है गवाहों की मौजूदगी। लेकिन हर कोई गवाह नहीं बन सकता! इस लेख में हम जानेंगे कि किन लोगों को गवाह नहीं बनाया जा सकता और इसके पीछे के नियम क्या हैं।

जब भी किसी प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री होती है, तो यह सुनिश्चित करना जरूरी होता है कि सौदा सही और कानूनी रूप से मान्य हो। गवाहों की मौजूदगी से यह कंफर्म होता है कि डील पारदर्शी तरीके से हुई है और इसमें किसी भी तरह की धोखाधड़ी नहीं हुई।

रजिस्ट्री के दौरान दो गवाहों का होना अनिवार्य होता है, जो यह प्रमाणित करते हैं कि सौदा सही तरीके से हुआ है और दोनों पक्षों (खरीदार और विक्रेता) ने अपनी सहमति से इसे पूरा किया है।

किन लोगों को गवाह नहीं बनाया जा सकता?

1. 18 साल से कम उम्र के व्यक्ति

अगर कोई व्यक्ति अप्राप्त वयस्क (18 साल से कम उम्र) का है, तो उसे गवाह नहीं बनाया जा सकता। गवाह के रूप में शामिल होने वाले व्यक्ति को कानूनी रूप से सक्षम होना चाहिए, ताकि वह समझ सके कि वह क्या प्रमाणित कर रहा है।

2. खरीदार और विक्रेता खुद गवाह नहीं बन सकते

जो लोग डील का हिस्सा हैं (यानी, जो प्रॉपर्टी खरीद या बेच रहे हैं), वे गवाह नहीं बन सकते। इसका कारण यह है कि गवाह का काम डील की निष्पक्षता को सुनिश्चित करना होता है, और जो खुद ही इसमें शामिल हैं, वे निष्पक्ष नहीं माने जा सकते।

3. मानसिक रूप से अयोग्य व्यक्ति

अगर कोई व्यक्ति मानसिक रूप से अस्थिर या अयोग्य है, तो उसे गवाह नहीं बनाया जा सकता। गवाह को यह समझना जरूरी होता है कि कौन-कौन डील में शामिल है, किन शर्तों पर डील हो रही है और क्या वे इसे प्रमाणित कर सकते हैं। मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति से यह अपेक्षा नहीं की जा सकती।

भारतीय कानून क्या कहता है?

प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन भारतीय पंजीकरण अधिनियम, 1908 (Indian Registration Act, 1908) के तहत होता है। यह कानून प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेजों के रजिस्ट्रेशन, धोखाधड़ी की रोकथाम और स्वामित्व के संरक्षण को सुनिश्चित करता है। इस अधिनियम के अनुसार, रजिस्ट्री के दौरान शामिल किए जाने वाले गवाहों को समझदार, स्वतंत्र और कानूनी रूप से सक्षम होना जरूरी है।

गवाह के लिए जरूरी योग्यताएं

अब जब हमने यह जान लिया कि किन लोगों को गवाह नहीं बनाया जा सकता, तो यह भी समझना जरूरी है कि एक सही गवाह के लिए किन योग्यताओं की जरूरत होती है:

  • न्यूनतम उम्र 18 साल होनी चाहिए।
  • कोई भी मानसिक विकार नहीं होना चाहिए।
  • निष्पक्ष और स्वतंत्र व्यक्ति होना चाहिए, यानी जो डील का सीधा लाभार्थी न हो।
  • रजिस्ट्री प्रक्रिया को समझने में सक्षम होना चाहिए।

ये भी जानना जरूरी

प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री एक महत्वपूर्ण कानूनी प्रक्रिया होती है, जिसमें गवाहों की भूमिका बेहद अहम होती है। लेकिन हर कोई गवाह नहीं बन सकता! गवाह के रूप में शामिल होने वाले व्यक्ति को कानून द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूरा करना जरूरी है, ताकि प्रॉपर्टी डील सुरक्षित और कानूनी रूप से वैध बनी रहे। अगर आप भी कोई प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने जा रहे हैं, तो इन नियमों को ध्यान में रखें ताकि आगे किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।

Avatar photo

Rishita Diwan

Content Writer

ALSO READ

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *