इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग ने पैसे के लेनदेन को आसान कर दिया है। कारोबार में लेन-देन को ज्यादा आसान करने के लिए आरबीआई ने आईएमपीएस(IMPS) की सीमा को बढ़ा दिया है। इसे 2 लाख रूपए से बढ़ाकर 5 लाख कर दिया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा – कि आईएमपीएस(IMPS) से अब खाता धारक कहीं से भी कभी भी पैसे भेज सकता है। पहले इसकी लिमिट 2 लाख थी जिसे अब बढ़ाकर 5 लाख रूपए कर दिया गया है।
क्या है IMPS ?
आईएमपीएस का पूरा नाम Immediate Payment Service है। यह एक तत्काल इंटरबैंक इलेक्ट्रॉनिक फंड सर्विस है जिसे मोबाइल फोन के जरिए उपयोग में लाया जाता है। इसके लिए खाताधारक एटीएम, इंटरनेट बैंकिंग जैसे माध्यमों का भी इस्तेमाल कर सकता है। यह एक निशुल्क सेवा है जिसके लिए बैंक अपने ग्राहक से किसी भी तरही की चार्ज राशि नहीं लेता है। यानि की ग्राहक अपने एक खाते से दूसरे खाते में बिना किसी फीस के आसानी से पैसे ट्रांसफर कर सकता है। इस सुविधा से पैसे ट्रांसफर करने के लिए वक्त की कोई पाबंदी नहीं है। खाता धारक दिन के 24 घंटे और हफ्ते के 7 दिन कभी भी पैसे ट्रांसफर कर सकता है।
IMPS के फायदे
• पैसे ट्रांसफर करने का सरल और आसान तरीका
• साल के 365 दिन और 24 घंटे उपयोगी, छुट्टियों में भी पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा।
• सेवा का उपयोग बीमा प्रीमियम के पेमेंट में भी उपयोगी।
• खाताधारक को फ्री में सुविधा उपलब्ध है।
• मोबाइल की उपयोग की वजह से
इंटरनेट सुविधाओं में विस्तार से डिजीटल भुगतान की पहुंच का विस्तार होगा और लोगों के लिए कारोबार, व्यवसायों के लिए नए अवसर के रास्ते खुलेंगे।