- छत्तीसगढ़ में सेमीकंडक्टर प्लांट की नींव
- तकनीकी आत्मनिर्भरता की ओर एक बड़ा कदम
- देश का पहला अल्ट्रा एज गैलियम नाइट्राइड आधारित सेमीकंडक्टर प्लांट
Chhattisgarh Semiconductor plant: अप्रैल 2025 में छत्तीसगढ़ ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया जब राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नवा रायपुर में देश के पहले अल्ट्रा एज गैलियम नाइट्राइड (GaN) आधारित सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र की आधारशिला रखी। यह परियोजना न केवल राज्य के लिए बल्कि भारत के लिए भी तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने वाली है।
गेमचेंजर बनता सेमीकंडक्टर
गैलियम नाइट्राइड (GaN) तकनीक को आधुनिक सेमीकंडक्टर उद्योग में गेमचेंजर माना जा रहा है। यह तकनीक तेज, टिकाऊ और ऊर्जा-कुशल है। इसे 5जी नेटवर्क, इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशनों, और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स में इस्तेमाल किया जा सकेगा। अब तक, भारत को इन चिप्स का आयात करना पड़ता था, लेकिन इस प्लांट की स्थापना से देश इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सकेगा।
आर्थिक और रोजगार का बड़ा अवसर
इस सेमीकंडक्टर प्लांट के बनने से छत्तीसगढ़ को आर्थिक मजबूती मिलेगी। 1,143 करोड़ रुपये के निवेश से बनने वाले इस संयंत्र में हर साल 10 अरब से अधिक चिप्स का उत्पादन किया जाएगा। इससे प्रदेश में नई रोजगार संभावनाएं खुलेंगी, खासकर बस्तर जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जहां युवाओं को आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगे।
तकनीकी विकास और वैश्विक निवेश
यह परियोजना न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा विकासशील कदम है। पॉलीमेटेक इलेक्ट्रॉनिक्स के मैनेजिंग डायरेक्टर ईश्वरा राव नंदम ने इस मौके पर 10,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश की घोषणा भी की है। इससे विदेशी निवेश (FDI) को बढ़ावा मिलेगा और भारत को सेमीकंडक्टर उद्योग में आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी।
भारत में सेमीकंडक्टर उत्पादन का महत्व
भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग को लेकर आत्मनिर्भरता की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। 2026 से इस संयंत्र का उत्पादन शुरू हो जाएगा और 2030 तक हर साल 10 अरब चिप्स बनाने का लक्ष्य है। इस परियोजना के परिणामस्वरूप राज्य में हजारों प्रत्यक्ष और लाखों अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह छत्तीसगढ़ के विकास को नई दिशा देगा और तकनीकी क्षेत्र में इसे अग्रणी बनाएगा।
ये भी पढ़ें India’s Top National Parks, why to plan summer vacations here?
‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ और राज्य
छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने इस परियोजना के लिए सभी अड़चनों को दूर करने के लिए तेजी से कदम उठाए हैं। ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ और ‘स्पीड ऑफ डूइंग बिजनेस’ को ध्यान में रखते हुए, टेंडर प्रक्रिया में 45 दिनों से कम समय में भूमि आवंटित की गई और 25 दिनों के भीतर लीज डीड का पंजीकरण पूरा किया गया।