एडवांस जनरेशन और एडवांस होते हम, ऐसे में आजकर सफलता के कई मापदंड सेट कर दिए गए हैं। आजकल तकनीकी जानकारी के साथ ही आत्मविश्वास, प्रेजेंटेबल और सेल्फ मोटिवेशन के अलावा भी सफल होने के कई फैक्टर हैं। आने वाली जनरेश काफी स्मार्ट और आगे बढ़ने की ललक के साथ काम कर रही है। ऐसे में प्रतिस्पर्धा के उन पर हावी हो रही है। पर एक्सपर्ट्स का मानना है कि एक अच्छा व्यक्तित्व किसी भी कार्य के करने के अंदाज और क्वालिटी को बदलने में सक्षम होता है। अच्छा कम्युनिकेशन स्किल्स की बदौलत आप अच्छे रिलेशन फॉर्म कर सकते हैं। प्रेसेंटेबल होकर अधिक बिजनेस प्राप्त करने में सक्षम हो सकते हैं। अपने कार्य में नियमित होकर अच्छा ‘वर्ड ऑफ माउथ’ पाकर सेल्स को बढ़ाने में कामयाब हो सकते हैं। और स्टूडेंट्स हों तो जीडी (ग्रुप डिसकशंस) और इंटरव्यू क्रैक करने में सफलता हासिल कर सकते हैं।
प्रैक्टिकल पर्सनैलिटी डेवेलप करने के 3 महत्वपूर्ण स्टेप
1. ईमानदारी
2. कम्युनिकेशन स्किल्स
3. बेहतर प्रेजेंटेबल
1) ईमानदारी (Honesty): यह एक ऐसा फैक्टर है जिसके लिए थोड़ी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ईमानदारी का मतलब यहां पर आपके अपने आप से, अपने काम से ईमानदारी की बात पर है। दरअसल आप तब तक बेहतर परफॉर्मेंस नहीं दे सकते हैं जब तक आप अपने काम के प्रति ईमानदार नहीं हो सकते हैं। आपका काम आपसे डेडीकेशन की मांग करता है। सफलता तभी मिलेगी जब आप अपने काम के प्रति ईमानदार रहेंगे।
2) कम्युनिकेशन स्किल्स (Communication Skills): कम्युनिकेशन स्किल्स आपको एक बेहतर इंसान बनाता है। यह आपमें आत्मविश्वास भरता है। आपको अलग ऊंचाईयों तक पहुंचाता है। लोगों के बीच आपके भरोसे को बढ़ाता है। ये आपके सभी स्टेप्स में सबसे पहला स्टेप होता है।
3) प्रेजेंटेबल होना: यह बहुत ही महत्वपूर्ण होता है कि आप अपनी बात को लोगों तक कितना पहुंचा सकते हैं। यह बेहद जरूरी है कि लोग आपकी बात को समझें। जब तक आप अपनी बात लोगों को नहीं समझाएंगे तब तक आप अपने काम में सफल नहीं हो सकते हैं।