भारत के लिए खुशखबरी है, भारत एक बार फिर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। और ब्रिटेन एक पायदान फिसलकर भारत से पीछे हो गया है यानी अब ब्रिटेन का नंबर छठा है।
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) के अनुसार, भारत साल 2021 के आखिरी 3 महीने में ब्रिटेन से आगे चला गया है। GDP के आंकड़ों में भारत यह बढ़त वित्त वर्ष 2022-23 में भी बनाकर रखा हुआ है। भारत की अर्थव्यवस्था 854.7 अरब डॉलर रही है।
लेकिन इसी अवधि में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 816 अरब डॉलर रही। रोजमर्रा की चीजें महंगी होने से ब्रिटेन ने पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था नहीं रही। दूसरी तरफ, भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार तेजी से आगे बढ़ रही है। दस साल पहले भारत सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में 11वें नंबर पर था, जबकि यूके 5वें स्थान पर।
दरअसल, ब्रिटेन चार दशकों में सबसे तेज इन्फ्लेशन और मंदी के बढ़ते रिस्क को झेल रहा है। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने अनुमान लगाया है कि, यह स्थिति 2024 तक रहेगी। दूसरी तरफ, भारतीय अर्थव्यवस्था के इस वर्ष 7% की दर से ग्रोथ लेने का अनुमान है।
ब्रिटेन में चल रही है राजनीतिक अस्थिरता
ब्रिटेन की स्थिति में यह गिरावट ऐसे समय में दिखाई दे रही है, जब देश में राजनीतिक अस्थिरता है और सत्तारूढ़ पार्टी नया प्रधानमंत्री चुनने का काम कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में ब्रिटेन की गिरावट नए प्रधानमंत्री के लिए अप्रिय स्थिति पैदा करेगी।
दरअसल कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य सोमवार यानी 12 सितंबर को बोरिस जॉनसन के उत्तराधिकारी का चुनाव करेंगे। अनुमान जताया जा रहा है कि, विदेश सचिव लिज ट्रस, पूर्व चांसलर ऋषि सुनक से आगे चल रहे हैं।
इससे पहले भी भारत से पीछे हुआ था ब्रिटेन
IMF के अनुसार, 2019 में भी नॉमिनल जीडीपी के मामले में भारत 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था (2.9 लाख करोड़ डॉलर) बना था। ब्रिटेन (2.8 लाख करोड़ डॉलर) छठे स्थान पर आया था।